बेगूसराय : रेप पीड़िता ने युवक पर सहानुभूति जताकर शादी रचाने के बाद दूसरी शादी की तैयारी करने का लगाया आरोप
नूर आलम
बेगूसराय के चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के बसही गांव में गुरुवार को उस वक्त हलचल मच गई. जब एक युवती ने गांव पहुंचकर शादी की तैयारी में जुटे अमरनाथ सहनी के पुत्र सौरव कुमार को अपना पति बताकर हंगामा करना शुरू कर दिया.
जानकारी अनुसार हंगामा कर रही युवती ने अपनी पहचान रामजी लाल की पुत्री मोमिन के रूप में मध्य दिल्ली के कोटला मुबारकपुर, गांधी रोड निवासी बताती है. युवती की माने तो वह ट्रेन में रेप की शिकार बनी. जिसके बाद जिंदगी की तलाश मे हादसे की निशानी जुड़वा बच्चे (एक लड़का एवं एक लड़की) को लेकर तीन वर्ष पूर्व गुवाहाटी पहुंची और अपनी आजीविका चलाने के लिए कंपनी में काम करने लगी. इस दौरान आर्थिक तंगी के कारण पुत्र को किसी सज्जन पुरुष के पास दान में दे दिया. जबकि पुत्री को साथ में रखकर उसकी देखभाल मे जुट गई. इस दौरान इसी कंपनी में काम कर रहे बसही गांव निवासी सौरव ने रेप पीड़िता को सहानुभूति दिखा कर पहले प्रेमजाल में फंसाया तथा उससे शादी कर लिया और फिर दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगें.
इस बीच समय अपनी रफ़्तार से गुजरता रहा तथा तीन साल बड़ी सुखमय जीवन व्यतीत करने के बाद युवती के पति सौरव ने 27 अप्रैल को अपनी बहन की शादी की बात बताकर गुवाहाटी से बेगूसराय के बसही गांव आया. गुवाहाटी से आने के बाद भी दोनों पति-पत्नी की बातचीत मोबाइल फोन पर होती रही. लेकिन 6 मई 2019 को बहन की शादी के बाद दोनों पति-पत्नी में बातचीत बंद हो गयी. जबकि ननद की शादी के लिए पीड़िता द्वारा ऋण लेकर पति सौरव को 30 हजार रुपए देने की भी बात कही जा रही है. वहीं पति-पत्नी में बातचीत बंद होने के कारण पीड़िता किसी अनहोनी की आशंका से आशंकित होकर पति की खोजबीन करते हुए बसही गांव पहुंच गई. बसही गांव में अपने पति सौरव को दूसरी शादी 6 जून को करने की तैयारी करता देख आपे से बाहर होकर हंगामा करने लगी.
इधर कथित पति सौरव के परिजन उसे नबालिग बताकर युवती से पल्ला झाड़ने मे लगे दिखे. परिजनों का कहना है कि कच्ची उम्र मे सौरव के द्वारा शादी का फैसला गैरकानूनी है. वहीं मोमिन का कहना है कि शादी रोकवाने के लिए असम मे सौरव के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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