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बेगूसराय : महादलितों ने 40 बीघा जमीन पर जबरन जमाया कब्जा, पुलिस को लाठी डंडे से खदेड़कर भगाया

पिंकल कुमार

बेगूसराय नीमाचांदपुरा थाने के पश्चिमी वनद्वार में बुधवार को महादलितों ने खुट्टा-खुट्टी गाड़कर दर्जनों किसानों के लगभग 40 बीघे जमीन पर कब्जा जमा लिया. रातों-रात लाल झंडा के साथ साड़ी व बांस-बल्ला घेराबंदी की सूचना पाकर सुबह कई किसान वहां पहुंचे और जमीन को खाली करने को कहा.
इसके बाद किसान और महादलितों के बीच शुुरू हुई कहासुनी मारपीट तक पहुंच गयी. महादलित परिवार की महिलाएंं हरबे-हथियार से लैस होकर किसानों पर हमला बोल दिया. जिसमें तीन किसान घायल हो गए. सूचना मिलते ही नीमाचांदपुरा थाने की पुलिस जमीन खाली कराने पहुंची तो उन्हें भी खदेड़कर भगा दिया गया.

इसकी जानकारी मिलनेे पर बेगूसराय सदर सीओ उत्पल हिम्बॉन, सदर बीडीओ डा अभिजीत चौधरी पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे. अधिकारियों ने दोनों पक्षों को शांति से काम लेने का अनुरोध किया. लेकिन जमीन पर कब्जा जमाये महादलित लोग अधिकारियों से उलझ गये. महादलितों का कहना है कि हमलोग भूमिहीन हैं. जबतक सरकार हमलोगों को बसने के लिए जमीन नहीं देगी तबतक जमीन पर कब्जा रखेंगे. इसके लिए हम कोई कुर्बानी देने को तैयार हैं.

बताया जा रहा है कि विपिन चौरसिया, रमेश चौरसिया, गोपाल चौरसिया, रामबालक चौरसिया, बिक्कू कुमार सहित दर्जनों किसानों की गेहूंं बोये खेतों पर लाल झंडा व बांस गाड़ दिया है. तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवियों ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इस बीच एएसपी मनोज तिवारी और सदर एसडीओ संजीव चौधरी बज्रवाहन के साथ पहुंचे तो भारी संख्या में पुलिस बल को देख कर महादलित ठंडा पड़े.

वहीं सीओ उत्पल हिम्बॉन ने बताया कि जमीन पर कब्जा जमाने वाले लोगों को समझाया गया है. वे लोग जमीन को खाली करने में जुटे हुए हैं. किसी प्रकार की कोई विवाद नहीं हुआ है. कुछ लोग भ्रम फैलाने के लिए दुष्प्रचार किया है. नीमाचांदपुरा थानाध्यक्ष सिंटू झा ने बताया कि अबतक कोई आवेदन नहीं दिया है. शांति व्यवस्था को लेकर 107 की कार्रवाई की जा रही है. इधर, जयमंगला वाहिनी के कार्याध्यक्ष विक्रम सिंह डायनामाइट ने आरोप लगाया है कि वामपंथी लोगों ने पर्दे के पीछे रहकर महादलितों को उकसाकर विवाद खड़ा किया है. लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे.

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