गोपालगंज : मीरगंज के बदरजिमी में मिला नवजात बच्चा, निसंतान वृद्ध दम्पति ने लिया गोद
रंजीत कुमार
कहते हैं कि जिसका कोई नहीं उसका ऊपर वाला होता है. भगवान जब किसी को धरती पर भेजता है तो उसका रखवाला भी किसी न किसी को बना देता है. सोमवार को गोपालगंज जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र के बदरजिमी गांव में यह बात अक्षरश: सही साबित होती दिखी. जहाँ एक नवजात बच्चे को उसके परिजनों द्वारा परिष्कृत कर फेंक दिया गया. वहीं सुबह में टहलने निकले एक निसंतान वृद्ध ने बच्चे को देख उसे अपनाते हुए घर ले आयें.
बताया जाता है कि बदरजिमी गांव में सोमवार की अहले सुबह टहलने के लिए निकले गांव निवासी 65 वर्षीय वृद्ध गररु मांझी को बदरजिमी स्कूल के पीछे झाड़ियों में किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. निसंतान होने का दर्द लेकर अपनी पत्नी के साथ जीवन बसर कर रहे गररू मांझी जब झाड़ियों के पास गये तो वहां एक नवजात बच्चे को झाड़ियों में पड़ा पाया. गररू मांझी ने बच्चे को अपनी गोद में उठा लिया और उसे लेकर अपने घर आयें. घर आने पर उनकी वृद्ध पत्नी ने बच्चे को गले से लगा लिया. वहीं बात पुरे गांव में फ़ैल गयी. जिसके बाद गांव के सभी लोग गररू मांझी के घर पहुंचे और बच्चे को देख उसे ईश्वर द्वारा उनको भेजा गया तोहफा बताया. एकमत से सभी गांव वाले ने राय बनायी कि यह बच्चा निसंतान होने दंश झेल रहे गररू मांझी और उनकी पत्नी गोद लेंगे.
ग्रामीणों के इस फैसले के बाद नवजात बच्चे को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया. जहाँ चिकित्सक डॉ गौरी शंकर ने बच्चे की नाभी काटी. चिकित्सक ने बच्चे के स्वास्थ्य की जांच कर उसे स्वास्थ्य बताया. वहीं बच्चे को पाकर गररू मांझी और उनकी पत्नी काफी खुश हैं कि उन्हें बुढापे में ही सही उनको एक वारिस मिल गया. गांव वालों ने भी गररु मांझी को बधाई और शुभकामनाएं दी.
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