नालंदा : निर्माणाधीन एनएच-20 फोरलेन बख्तियारपुर रजौली पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने कराया बंद
नालंदा जिला अंतर्गत निर्माणाधीन बख्तियारपुर रजौली एनएच-20 को ग्रामीणों ने गुरुवार को बिहारशरीफ प्रखंड के सकरौल पंचायत अंतर्गत कंचनपुर गांव के पास पंचाने नदी में बन रहे पुल निर्माण पर रोक लगा दी. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें बहुत ही कम मुआवजा जमीन के बदले दिया जा रहा है. राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण लिमिटेड के द्वारा 30 महीने में फोरलेन प्रोजेक्ट को पूरा करना है. ऐसे में इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा कर पाना संभव नहीं हो पायेगा.
बता दें कि लगभग 100 ग्रामीण ऐसे हैं जिन्हें दिए जाने वाले मुआवजे की राशि पर ऐतराज है. उन्हें जब तक उचित मुआवजा नहीं मिल जाता है, वे तब तक काम को शुरू नहीं होने देंगे. अगर उनकी जमीन पर काम फिर से शुरू किया जाता है तो वे लोग उग्र आंदोलन को विवश हो जाएंगे.
वहीं एनएचएआई के अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की मांग जायज है परंतु जो सरकार ने राशि तय की है, उसी के आधार पर उन्हें मुआवजा दिया जा सकता है. 30 महीने के समय सीमा के अंदर एनएच-20 का निर्माण कराया जाना है. जिसे लेकर एजेंसी कटिबद्ध है हर हाल में इसे समय सीमा पर पूरा किया जाएगा.
क्या बोले अधिकारी
बिहारशरीफ अंचलाधिकारी धर्मेंद्र पंडित ने बताया कि जो भू-अर्जन के तरफ से राशि तय की गई है. उसी के आधार पर मुआवजा दिया जा रहा है. प्रति डिश्मिल 16500 रुपये की राशि तय की गई है. अगर ग्रामीणों को इस तय किये गए राशि से एतराज है तो वे प्राधिकार जा सकते हैं और फिर न्यायालय में भी अपनी मांग रख सकते हैं. बावजूद अगर ग्रामीण सड़क निर्माण में बाधा बनते हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
Comments are closed.