नालंदा : पदक लेकर लौटे दिव्यांग खिलाड़ियों का किया गया अभिनंदन
नालंदा में गुरुवार को तीन दिव्यांग खिलाड़ियों का उनकी उपलब्धियों के लिए स्वागत किया गया. दिव्यांगता अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है. इसी को सिद्ध कर दिखाया है नालंदा तीन दिव्यांग खिलाड़ियों ने. स्वर्ण और कांस्य पदक लेकर लौटे खिलाड़ियों का बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में नालंदा पारा स्पॉट एसोसिएशन के सदस्यों के द्वारा फूल मालाओं से स्वागत किया गया.
खिलाड़ियों में नूरसराय प्रखंड के परासी गांव निवासी रामबलि राम का पुत्र सुंदर कुमार ने बैंगलुरु में आयोजित 20 वीं नेशनल पैरा स्विमिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया है. सुंदर की माने तो वर्ष 2017 में उच्च विद्युत धारा तार की चपेट में आने से अपना बायां पैर गवा चुका है और एक बाया हाथ भी पूरी तरह से सीधा नहीं होता है. बावजूद इसके उसने हिम्मत नहीं हारी और पिछले तीन वर्षों से कड़ी मेहनत कर उसने यह सफलता हासिल की है.
वहीं इस्लामपुर प्रखंड के मोहनपुर निवासी सुधीर प्रसाद के पुत्र अभय कुमार ने पाटलिपुत्रा पटना में आयोजित 17वीं नेशनल पैरा गेम मैं शॉट पुट और और दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल किया है. जबकि बिहार शरीफ के रामचंद्र शिक्षक कॉलोनी निवासी अरुण कुमार की पुत्री उन्नति पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त करते हुए का शतक कांस्य पदक हासिल किया है.
विजेता खिलाड़ियों ने कहा कि हिम्मत और हौसला से किसी भी कामयाबी को पाया जा सकता है. समाज में दिव्यांगों को लोग दूसरी नजर से देखते हैं. मगर सरकार द्वारा कई तरह की सुविधाएं दी जा रही है. यही कारण है कि दिव्यांग जन भी आज हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं.
नालंदा पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हृदय यादव ने बताया कि या हमारे जिले के लिए गर्व की बात है कि दो दिव्यांग खिलाड़ियों ने स्वर्ण तो एक महिला खिलाड़ी ने कांस्य पदक हासिल किया है. हम तीनों खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं और वे इसी तरह कामयाबी को प्राप्त करते रहें. इस मौके पर उपाध्यक्ष डॉ सुदर्शन कुमार, सचिव कुंदन कुमार पांडेय, अमित कुमार, धीरज कुमार मौजूद थे. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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