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सीवान में पचरुखी चीनी मिल की जमीन की पैमाइश शुरू, विरोध करने गयी महिलाओं को पुलिस ने खदेड़ा

अभिषेक श्रीवास्तव

सीवान के पचरुखी चीनी मिल की जमीन पर सोमवार को भारी पुलिस बल के साथ स्थानीय प्रशासन ने पैमाइश शुरू कर दी. हालांकि जमीन की पैमाइश होते देख जसौली की महिलाएं आंदोलित हो गईं और चीनी मिल की जमीन बचाने के लिए खुद ही मैदान में उतर गई. सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने मापी स्थल पर पहुँचकर पर पैमाइश को रोकने का प्रयास किया. लेकिन, भारी पुलिस बल के आगे उनका विरोध कोई काम न आया और पैमाइश जारी रहा. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस बलों ने महिलाओं के साथ हाथापाई भी की और उन्हें मिल से बाहर कर दिया.

वहीं पत्रकारों से बात करते हुए कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया कि पचरुखी प्रशासन के कुछ लोग मिल की जमीन की पैमाइश में निजी स्वार्थ के चलते बहुत दिलचस्पी ले रहे हैं. क्योंकि कइयों ने इसमें बेनामी संपत्ति ले रखी है. इसी कारण एक सोची समझी चाल के तहत आज ही का दिन मापी हेतु निर्धारित किया गया. क्योंकि प्रशाशनिक लोगों को ये मालूम था कि चीनी मिल के आंदोलन में भाग लेने वाले तमाम लोग आज एसडीओ कोर्ट में 107 के नोटिस के मामले में हाजिर होने जाएंगे. महिलाओं का कहना था कि बेनामी सम्पति वाले प्रशासनिक लोग चाहे जो भी कर लें यहाँ वे कभी भी अपने मनसूबे में कामयाब नहीं होंगे.

उधर, मिल बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है कि हम सभी मरना पसंद करेंगे लेकिन चीनी मिल की जमीन को भू-माफिया के हाथ में नहीं जाने देंगे. चाहे इसके लिए हमे जो भी कीमत चुकानी पड़े. बताते चले की विगत सात जून को स्थानीय प्रखंड प्रशासन ने उक्त भूमि की मापी हेतु काफी मसक्कत की थी लेकिन क्षेत्र के किसानों के कड़े विरोध के कारण पैमाइश नहीं हो सकी. जिसके बाद पचरुखी सीओ गिन्नीलाल प्रसाद ने सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए कइयों पर मुकदमा ठोक दिया. जिसमें कुछ लोग जेल में हैं तो कई लोग बेल कराने के फ़िराक में हैं.

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