नालंदा : परशुराम जयंती के मौके पर ब्रह्मर्षि समाज के लोगों ने दिखाई एकजुटता, जुटे कई दिग्गज
नालंदा में ब्रह्मर्षि समाज द्वारा बिहारशरीफ के टाउन हॉल में भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया. इस मौके पर कारगिल चौक से अस्पताल मोड़ तक विराट शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए.
इस मौके पर पूर्व मंत्री व विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि आज अक्षय तृतीया और बाबा परशुराम की जयंती का दुर्लभ संयोग है. स्वाभाविक रूप से बाबा परशुराम ब्रहम के रूप में पूजित हैं. नालंदा को इस बात का गर्व है कि हम इस जन्म भूमि से हैं दी है. भिंडीडीह, कटौना और नवादा के खनवा में आज भी ब्रह्म के रूप में इनकी आराधना होती है, हम अपनी आने वाली पीढ़ी को उनके पराक्रम और शौर्य की कहानी की चर्चा करने के लिए हर साल हम लोग परशुराम जयंती मनाते हैं.
राजसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा कि भगवान परशुराम विष्णु के अवतार माने जाते हैं. धरती पर हो रहे अन्याय अधर्म और पाप कर्मों का विनाश करने के लिए उनका जन्म हुआ था. उन्हें सात चिरंजीव पुरुषों में एक माना जाता है. वे भगवान शिव की कठोर साधना कर भगवान भोले को प्रसन्न किया था. जिसके बाद उन्होंने उन्हें कई अस्त्र-शस्त्र प्रदान किया था. जिसमें से एक परशु यानी फरसा उनका मुख हथियार था. उन्होंने पशु धारण किया था. इसलिए उनका नाम परशुराम पड़ गया. वे भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य और कर्ण जैसे महारथियों के गुरु भी थे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता निवास शर्मा द्वारा किया गया. जबकि इस मौके पर पूर्व सांसद अरुण कुमार ,वारसलीगंज की विधायक का अरुणा देवी, हिसुआ विधायक नीतू सिंह, विधान परिषद इंजीनियर सच्चिदानंद राय, संतोष पाठक, रामसागर सिंह, अशोक कुमार, भूषण सिंह, धीरेंद्र कुमार, रणवीर कुमार, अरुण कुमार सिंह व दिनेश सिंह के अलावे कई लोग मौजूद थे. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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