मोतिहारी : जदयू के जिला सम्मेलन में जमकर हुई मारपीट, दूसरे रास्ते से निकल गए मंत्रीगण
मोतिहारी/पूर्वी चंपारण || बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू के कार्यक्रम में भारी बवाल हुआ हुआ है. आपस में उलझे कार्यकर्ताओं के बीच हो रही मारपीट एवं धक्का-मुक्की को देख कार्यक्रम में भाग लेने आए बिहार सरकार के मंत्रीगण चूपके से दूसरे दरवाजे से बाहर निकल गये.
दरअसल, पूर्वी चंपारण जिला जदयू का सम्मेलन रविवार को मोतिहारी के बापू सभागार में आयोजित किया गया था. जिला सम्मेलन में भाग लेने के लिए बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी एवं सुमित कुमार सिंह सहित अन्य नेता पटना से पहुंचे थे. सम्मेलन के दौरान जदयू के दो गुटों के कार्यकर्ता मंच पर चढ़ने और भाषण देने के लिए आपस में उलझ गये. दोनों तरफ से मंच पर ही मारपीट होने लगी. हालांकि बड़े नेताओं ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराने की भरसक कोशिश भी की.
सम्मेलन में मारपीट की घटना से जदयू जिलाध्यक्ष ने किया इंकार
जिला सम्मेलन में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का संबोधन समाप्त होने के बाद कार्यकर्ताओं की आपस में लड़ाई हो गई. भाषण देने का मौका नहीं मिल पाने के कारण कुछेक नेता और कार्यकर्ता नाराज हो गये. मंच पर झगड़ा और धक्का-मुक्की होते देख मंत्री दूसरे रास्ते से बाहर निकल गए. इस संदर्भ में जदयू जिलाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि सम्मेलन में मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जहां कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगता है वहां बहुत भीड़ का होना स्वाभाविक है. जदयू के जिला सम्मेलन में हुई धक्का-मुक्की और मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है. हालांकि अभी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
जिला जदयू में गुटबाजी चरम पर
जिला सम्मेलन में मौजूद कई कार्यकर्ताओं ने बताया कि दो गुट आपस में लड़ते रहे. इसी बीच बिहार सरकार के दोनों मंत्री और विधायक मंच से चुपचाप सारा तमाशा देखते रहे. कार्यकर्ताओं ने बताया कि जदयू जिलाध्यक्ष के समर्थक और एक दूसरे नेता के समर्थक कार्यकर्ता जिला सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान किसी बात को लेकर जिलाध्यक्ष के बेटे और दूसरे समर्थकों में विवाद हो गया जो देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गया. मौके पर मौजूद जदयू के कुछेक नेतागण कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे. इसी बीच किसी ने जदयू कार्यकर्ताओं के मारपीट का वीडियो वायरल कर दिया. जानकारों का कहना है कि पूर्वी चंपारण में जदयू संगठन कई गुटों में बंट गया है, यहां जिलाध्यक्ष और पार्टी के एक मात्र विधायक के बीच तालमेल का घोर अभाव है. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).