सीवान : अनंत पूजा को लेकर मंदिरो में उमड़ी भक्तों की भीड़
अभय शंकर
सीवान के हसनपुरा प्रखंड के हसनपुरा, जलालपुर, करमासी, अरंडा, मलाहिडीह, पुरैना, तेलकथू, सुरहुरिडीह, उसरी, विशुनपुरा, रजनपुरा, गायघाट, मेरही, डिब्बी, पकड़ी, कबिलपुरा, बलेथरी समेत दर्जनों गांवों में गुरुवार को अनंत चतुर्दशी व्रत धूमधाम से मनाया गया.
इसको लेकर व्रती महिला व पुरुषों द्वारा प्रातः में स्नानादि से निवृत हो श्रीनरहरि भगवान नारायण का सुमिरन, भजन व कीर्तन के साथ दोपहर तक निर्जला व्रत धारण किया गया. दोपहर बाद भगवान विष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजन व घर मे बने पुआ, पकवान से भगवान को भोग लगाने तथा रेशम के धागे में 14 गांठ से बने अनंत सूत्र को धारण कर पूरे बंधु-बांधवो के साथ प्रसाद ग्रहण किया गया. इस दौरान मंदिरो में पूजा-अर्चना के लिये भक्तो की भारी भीड़ देखी गई. अनंत व्रत के सबंध में ठाकुरबाड़ी मंदिर के पुजारी डॉ स्वामीनाथ मिश्रा ने बताया कि द्वापर में लीला पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण की सलाह पर पांडवो ने भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्दशी तिथि को इस व्रत को धारण किया था. इस पर्व के विधि-विधान से धारण करने से जाने-अनजाने में किये गये सम्पूर्ण कृत पाप का नाश होता है. दुःख और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है और परम् दुर्लभ मोक्ष की प्राप्ति होती है.
अनंत सूत्र के 14 गांठ नारायण के 14 कलाओ तथा भगवान विष्णु के चौदहवे रूप जो पूर्ण रूप से मानव रूप था को प्रदर्शित करता है. अनंत सूत्र को कुमकुम आदि से सुशोभित कर पुरुष अपने दाहिने बाजू में तथा महिलाये अपने बाये बाजू में धारण करती है. व्रत के अगले दिन प्रातः स्नानादि से निवृत हो गौ-ग्रास के उपरांत व्रत की समाप्ति होती है.
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