चाईबासा : माइंस अधिकारियों द्वारा मजदूरों साथ अभद्र व्यवहार किए जाने के मामला ने पकड़ा तूल, गोलबंद हुए विभिन्न मजदूर यूनियन और संगठन
चाईबासा में विगत दिनों माइंस अधिकारियों द्वारा मजदूरों के साथ की गई बदसूलकी और अभद्र व्यवहार किए जाने का मामला रौद्र रूप धारण करता जा रहा है. मामले को लेकर सभी मजदूर यूनियन व संगठन गोलबंद हो गए हैं. वहीं इस बाबत मंगलवार को किरीबुरू में विभिन्न मजदूर संगठन और यूनियन की संयुक्त बैठक हुई. जिसमें मजदूर यूनियन व संगठनों के आग्रह पर चाईबासा के माननीय विधायक सह झारखंड माइंस मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दीपक बिरुवा मुख्य रूप से उपस्थित हुए.
बैठक में सेल किरीबुरू-मेघाहातुबुरु माइंस अधिकारियों द्वारा मजदूरों के साथ किए गए बर्ताव का जोरदार विरोध करते हुए अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारियों को किरीबुरू-मेघाहातुबुरु से बाहर करने की मांग की. वहीं विधायक सह झारखंड माइंस मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दीपक बिरुवा ने उक्त घटना की निंदा की. उन्होंने ने कहा कि माइंस अधिकारियो और मजदूरों के बीच बेहतर संबंध होना चाहिए, इससे एक अच्छा माहौल बना रहता है, जो किसी भी कंपनी या माइंस की प्रगति में भी सहायक सिद्ध होती है. विधायक ने कहा कि जीएम के साथ भी बैठक कर उक्त मामले को रखते हुए अभद्र व्यवहार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे.
बता दें कि बैठक में एनएमडीसी माइंस वर्कस यूनियन के सचिव उदय प्रताप, झारखंड मजदूर संघ के महासचिव सिद्धेश्वर बिरुवा, बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन के जोनल सचिव दीपक विश्वकर्मा, मेघाहातुबुरु श्रमिक संघ के उपाध्यक्ष चितरंजन पान, झारखंड माइंस मजदूर यूनियन के महासचिव वीर सिंह मुंडा, सीटू के सचिव अमरनाथ यादव, आॅल झारखंड माइंस वर्कर्स यूनियन के महासचिव इलियास चांपिया, बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन ददई दुबे ग्रुप के महासचिव एमएस कुजूर, झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के महासचिव आफताब आलम के अलावा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों में एन घटवारी, मार्शल मुंडू, रोया राम चांपिया, रामचंद्र हेस्सा, धीरज केरकेट्टा, सिंगराय बानरा, उपेंद्र प्रसाद, ललन पासवान, जीएफ मिश्रा, डीएम हेरेंज, बीएस पोद्दार, चोकरो सिंकु, धर्नुजय लागुरी आदि शामिल थे. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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