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चाईबासा : वित्तीय वर्ष 2016-17 में लाभुकों के आवास की राशि का घोटाला

चाईबासा से बड़ी खबर है, जहां मंझारी प्रखंड के पड़सा पंचायत अंतर्गत पड़सा गांव में वित्तीय वर्ष 2016-17 में लाभुकों के आवास को बिना पूर्ण किए हीं कागज पर आवास को पूर्ण कर लाभुकों के पैसों का घोटाला किए जाने के मामले को लेकर मंझारी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने जिला के उपायुक्त अनन्य मित्तल और उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा से मुलाकात कर मामले से अवगत कराया.

उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 के कार्यकाल में पड़सा पंचायत के पूर्व मुखिया चंद्र मोहन बिरुवा के कहने पर ही लाभुकों ने मुखिया के भगिना त्रिभुवन बोईपाई और बैजनाथ बोईपाई को आवास की राशि सौंप दी, ताकि उनके द्वारा लाभुकों के आवास को पूर्ण कर दिया जाए. मगर, बिचौलिए त्रिभुवन बोईपाई और बैजनाथ बोईपाई के द्वारा आवास को बिना पूर्ण किए हीं लाभुक के पैसों को लेकर फरार हो गए. सरकारी फाइलों में आवास को पूर्ण दिखा दिया गया है जो प्रखंड के पदाधिकारियों के मिलीभगत को भी दर्शाता है.

माधव चंद्र कुंकल ने उपायुक्त अनन्य मित्तल से मांग रखी कि पूर्ण मंझारी प्रखंड के अलावा मझगांव विधानसभा के अंदर बने प्रधानमंत्री आवास की जांच कराई जाए, ताकि बिचौलियों का पर्दाफाश हो और लाभुकों को न्याय मिल सके. माधव चंद्र कुंकल ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का जिला सचिव सोनाराम देवगम के निकट सहयोगी बैजनाथ बोइपाई और त्रिभुवन बोईपाई के ऊपर प्राथमिकी दर्ज हो ताकि पीड़ितों के पैसों को वापस लौटाया जा सके. मौके पर पीड़ित सुखलाल सुंडी, मानी सुंडी, जोटो पूर्ति आदि उपस्थित थे. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).

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