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चाईबासा : चाची ने कराई भतीजे समेत पूरे परिवार की हत्या, तकनीकी सेल की सहायता से हत्यारिन चाची समेत 10 गिरफ्तार

चाईबासा जिले के नक्सल प्रभावित टोंटो थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले केंजरा पंचायत के बाईहातु गांव में जमीन हड़पने के लिए खुद की चाची द्वारा अपने ही भतीजे कैरा लागुरी, बहु और तीन बच्चों की हत्या कर दिये जाने का मामला सामने आया है. जिसका खुलासा पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा व जगन्नाथपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप उरांव ने तकनीकी सेल के सहयोग से किया है. सभी मृत्तकों के शवो का अवशेष कंकाल बरामद करने में सफलता हासिल कर ली गयी है. साथ ही इस हत्या में शामिल हत्यारिन चाची सहित 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

बता दें कि इस सबंध में आरोपी के चाची पुलिस को गुमराह करने के साथ-साथ और स्थानीय पुलिस के विरुद्ध कार्रवाई नहीं किये जाने को लेकर पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर अखबार की सुर्खियों में छायी रही. उसने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए कोलहान रेंज के डीआईजी को शिकायत पत्र देते हुए मुख्यमंत्री तक जाने की बात कही थी. जिसके बाद इस मामले में चाईबासा पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा तथा जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव दल बल के साथ घटना स्थल पहुंच कर मामले के जांच में जुट गये थे.

बुधवार को मामले का उद्वभेदन करते हुए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में कोलहान रेंज के डीआईजी राजिव रंजन सिंह के अध्यक्षता में  संवाददाता सम्मेलन कर मामले की जानकारी दी गई. डीआईजी ने बताया कि गत 16 सितंबर को वादिनी नानीका हेस्सा द्वारा अपने भतीजे कैरा लागुरी,  उसकी पत्नी टुरी उर्फ मेंजो उर्फ टुपी लागुरी एवं उसके तीन बच्चे के लापता होने की सूचना टोन्टो थाना में दी गई थी. इस सबंध में टोन्टो थाना में सनहा दर्ज किया गया था एवं घटनास्थल एवं उसके आस-पास के लोगों से घटना के बारे में जानकारी प्राप्त करने का काफी प्रयास किया गया. लेकिन किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी. उसके बाद 26 सितंबर को वादिनी के द्वारा पुलिस अधीक्षक के पास एक आवेदन दिया गया था जिस पर टोन्टो थाना में काण्ड दर्ज करने हेतु पुलिस अधीक्षक का आदेश प्राप्त हुआ.

आदेश के बाद टोन्टो थाना में कांड संख्या 24/20 27 सितंबर को धारा 364/34 भादवि के अन्तर्गत कांड दर्ज किया गया. पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा, अनुपुपदा जगन्नाथपुर प्रदीप उरांव एवं थाना के पदाधिकारियों द्वारा गांव बायहातु जाकर विस्तार से घटना के बारे में जांच पड़ताल किया गया एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. कैरा लागुरी के घर के अगल-बगल के ग्रामीणों से पुछताछ करने पर बताया गया कि कैरा लागुरी एवं उसके पुरे परिवार कमाने के लिए उड़ीसा गया है. उसके बाद पुलिस टीम उड़ीसा जाकर विभिन्न थाना से जानकारी प्राप्त की एवं उड़ीसा के सभी सगे सबंधियों से पुछताछ किया गया. तत्पश्चात सीआईजी प्रकाशन एवं स्थानीय अखबारों में प्रकाशन हेतु आवेदन भी किया गया था. फिर तकनीकी शाखा की सहायता से लापता कैरा लागुरी का कॉल डिटेल प्राप्त किया गया तो मालूम हुआ कि कैरा लागुरी का मोबाईल नंबर 22 मार्च तक ही चालू है, इसके बाद से बन्द हो गया.

तब तक वादिनी एवं अन्य लोगों के द्वारा किये गये धरना प्रदर्शन के बाद पुलिस उप महानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान) क्षेत्र चाईबासा को वादिनी द्वारा आवेदन दिया गया. जिसके आधार पर पुलिस उप महानिरीक्षक के द्वारा कांड की समीक्षा की गई एवं उदभेदन के लिए कई निर्देश दिये एवं मृतक के मोबाईल को बरामद करने हेतु निर्देशित किया गया. तकनीकी शाखा का प्रयोग करके कैरा लागुरी के मोबाइल में सिम प्रयुक्त करने वाले व्यक्तियों का नाम पता का सत्यापन किया गया तथा लापता कैरा लागुरी का ट्रैकिंग किया गया. फिर साक्ष्य पाये जाने पर पहले सामु गागराई को रूईया गांव हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से कैरा लागुरी का मोबाइल बरामद किया गया तथा गिरफ्तार अभियुक्त ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए अपने साथियों का नाम बताया. मामले की जांच के क्रम में साक्ष्य के आधार पर अभियुक्तो को उनके घरो से गिरफ्तार किया गया. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).

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