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सहरसा : मिशन इन्द्रधनुष 2.0 अभियान के चौथे चक्र की हुई शुरुआत, अभियान के दौरान 2852 बच्चे एवं 336 गर्भवती महिलाओं का होगा टीकाकरण

सहरसा में सोमवार को विशेष टीकाकरण अभियान के अंतर्गत मिशन इंद्रधनुष अभियान के चौथे चरण की शुरुआत जिला पदाधिकारी कौशल कुमार के द्वारा जिला के सतरकैटया प्रखंड के पटोरी मुसहरी आंगनबाड़ी केंद्र 29 मे सोमवार को बच्चों को टीका लगाकर की गई.

इस अवसर पर जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय प्रोग्राम है और इसे इसे सफल बनाने के लिए हम सबों की सहभागिता जरूरी है. साथ ही उन्होंने मौके पर उपस्थित सभी अभिवावकों से जिलाधिकारी ने अपील की कि वे अपने बच्चों को टीका जरूर लगवाएं. टीका 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है तथा इसके कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है.

वहीं सिविल सर्जन डॉ ललन प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले के पांच प्रखंड सोनबरसा, बनमाईटहरी, सत्तर कटैया, सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ में मिशन इंद्रधनुष 2.0 का चौथा चक्र चलाया जा रहा है. यह चरण 2 मार्च से 16 मार्च तक चलाया जाएगा. इसमें ऐसे 0 से 2 वर्ष के बच्चों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा, जिनका नियमित टीकाकरण नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण से 12 जानलेवा बीमारियों से बच्चों व गर्भवती महिलाओं की जान बचाई जा सकती है. इसके लिए सभी आशाओं व सेविकाओं द्वारा अपने क्षेत्र के लोगों को निमंत्रण पत्र भी दिया गया है व टीकाकरण से होने वाले फायदों की जानकारी दी जा रही है.

2852 बच्चे एवं 336 गर्भवती माताओं को टीका :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया कि अभियान में 0 से 2 वर्ष के 2852 बच्चों एवं 336 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण होना है. इसमें सिमरी बख्तियारपुर में 1090 बच्चे व 110 गर्भवती महिलाएं, बनमा इटहरी में 503 बच्चे व 54 गर्भवती महिलाएं, सलखुआ में बच्चे 593 व 87 गर्भवती महिलाएं, सोनबरसा में 303 बच्चे व 37 गर्भवती महिलाएं, सत्तर कटैया में 363 बच्चे व 48 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा.

क्षेत्रों में फैलाई जा रही है जागरूकता :

अभियान के लिए क्षेत्रों में जागरूकता फैलाई जा रही है. इसके लिए आशाएं व आंगनवाड़ी सेविकाओं अपने क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है. इसके अलावा टीकाकरण के दिन भी आशा द्वारा क्षेत्र के लोगों को बुलाकर टीकाकरण करवाया जा रहा है.

12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है टीका :

बच्चों व गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण बहुत जरूरी होता है. यह 12 तरह की जानलेवा बीमारियों से उनकी रक्षा करता है. इसमें टीवी/तपेदिक, पोलियो, हेपेटाइटिस बी, डिप्थीरिया/गलघोंटू, टेटनस, काली खांसी, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा (हिब), निमोकोकल निमोनिया, रोटा वायरस डायरिया, खसरा, रुबैला व जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) शामिल है. यह बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए घातक है जिसके लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है.

शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का उद्देश्य :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 का प्रथम चक्र 02 से 12 दिसम्बर 2019 में चलाया गया था. जिसमें शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया था. दूसरे चक्र जो 06 से 16 जनवरी 2020 तक तथा तीसरा राउंड 3 फरवरी से चलाया गया. इसमें भी शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया. इसका चौथा चक्र 02 से 16 मार्च 2020 से शुरू किया गया है.

टीकाकरण के बाद निम्न चीजों पर दें विशेष ध्यान :

• टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण स्थल पर बैठे.
• एएनएम द्वारा दिये गए टीका एवं वह किस बीमारी से बचाव हेतु लगाया गया है इसकी जानकारी प्राप्त करें.
• अपने बच्चे की अगले टीकाकरण की जानकारी भी अवश्य लें.
• टीकाकरण के बाद बच्चे को दर्द बुखार या अन्य लक्षण है तो तुरंत अपने क्षेत्र के आशा व एएनएम से संपर्क करें.
• टीकाकरण कार्ड हमेशा संभालकर रखें. वह आपके बच्चे के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी के लिए जरूरी है.

कार्यक्रम में सीएस, डीआईओ, डीपीएम विनय रंजन के अलावें सतरकैटया पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, युनिसेफ के एसएमसी बंटेश नारायण मेहता, यूएनडीपी के मो खालिद, डब्ल्यूएचओ के एसआरटीएल डॉ राजेश कुमार वर्मा, एसएमसी मजहरूल हसन, बीसीएम तथा अन्य लोग उपस्थित थे. (राजा कुमार की रिपोर्ट).

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