पटना : हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत चिकित्सकों और कर्मियों को दिया जाएगा मोबाइल एप्प का प्रशिक्षण
राज्य में अब आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत चिकित्सकों और कर्मियों को मोबाइल एप्प का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. विगत दिनों एक एचडब्ल्यू-सी मोबाइल एप्प विकसित किया गया है. जिसके द्वारा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सेंटरों पेपरलेस कार्य किए जाएंगे. एचडब्ल्यू सी मोबाइल एप्प के बारे में सभी चिकित्सा कर्मियों जैसे चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी, एएनएम, स्टाफ नर्स, डाटा एंट्री ऑपरेटर, प्रखंड मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सहायकों को इसके विषय में जूम एप्प के प्लेटफार्म पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसको लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ एके शाही ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है.
जारी पत्र में कहा गया है कि विगत दिनों एचडब्लू सी मोबाइल एप्प विकसित किया गया है. जिसको एंड्राइड मोबाइल में डाउनलोड कर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के कर्मियों पदाधिकारियों द्वारा ही उपयोग किया जाएगा. पत्र में बताया गया है कि प्रमंडलवार प्रशिक्षण की तिथि समय एवं प्रतिभागियों की सूची भेजी गई है. सारण प्रमंडल में 26 अगस्त को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा.
पेपरलेस कार्य कर रही है एएनएम :
हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत एएनएम भी अब पेपर लेस कार्य कर रही है. एएनएम को भी तकनीक से लैस किया गया है. एएनएम को एनसीडी (गैर संचारी रोग) एप्प के बारे में विस्तार से बताया गया है. अगर, परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप, मधुमेह, यक्ष्मा (टीबी) या कैंसर हुआ है, तो उस घर के युवकों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है. प्रशिक्षित आशा को एक सी-बैक फॉर्मेट दिया जाता है, जिसे वह भरती है.
रजिस्टर संभालने से मुक्ति :
स्वास्थ्य योजनाओं की गांव में क्या-क्या प्रगति हो रही है इसकी एक रिपोर्ट एएनएम बनाती है. इस पूरी रिपोर्ट को एक रजिस्टर में दर्ज कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में समय लगता है. ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत अब सारी जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध रहती है. टेबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध है.
हर जानकारी टेबलेट में दर्ज :
ब्लड प्रेशर, शुगर तथा कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर एक फैमिली फोल्डर बनेगी. जन आरोग्य प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में उसके पोषक क्षेत्र के परिवारों की फैमिली फोल्डर तैयार की जाएगी और रखा जायेगा.
आशा बनाती है फ़ैमिली हेल्थ फोल्डर :
समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर क्षेत्र के सभी लोगों का सर्वेक्षण किया जाता है. सभी परिवारों के लिए फेमिली हेल्थ फोल्डर विकसित किया जाता है, जिसमें 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी स्त्री-पुरुष का सीबैक (कम्युनिटी बेस्ड असेसमेंट चेकलिस्ट) फार्म के जरिए गैर संचारी रोगों हेतु रिस्क असेसमेंट किया जाता है. (सेंट्रल डेस्क).
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