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सीवान : बड़हरिया के पडरौना में जविप्र डीलर पर ग्रामीणों ने लगाया मनमानी का आरोप, एमओ ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

सीवान के बड़हरिया प्रखंड के पडरौना स्थित जन वितरण प्रणाली धारक लल्लन यादव की मनमानी को ले ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. मंगलवार को लगभग एक दर्जन लोग मामले को लेकर बड़हरिया स्थित आपूर्ति पदाधिकारी के दफ्तर पहुंच गए.

बता दें कि डीलर के खिलाफ ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों को शिकायत की थी तथा पीडीएस दुकान की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद रविवार को एमओ जमाल कैसर उपरोक्त जन वितरण प्रणाली दुकान की जांच के लिए पडरौना पहुंचे थे. इस दौरान जमाल कैसर द्वारा काफी गहनता से ग्रामीणों के सामने पीडीएस दुकान का जायजा लिया गया था. गड़बड़ियां भी सामने आने की खबर है. वहीं जमाल कैसर ने बताया कि जांच के बाद विधिवत कार्रवाई हेतु अनुमंडल पदाधिकारी को जांच रिपोर्ट अग्रसारित कर दी गई है और जो गड़बड़ियां प्रकाश में आई है इसको ध्यान में रखते हुए डीलर पर विधि सम्मत कार्रवाई की अनुशंसा की गई है.

उधर, ग्रामीणों में डीलर पर कार्रवाई को ले बेचैनी देखी जा रही है. लंबे समय तक डीलर की मनमानी जारी रहने और विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों को इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत और संरक्षण में डीलर बच तो नहीं जाएगा. शायद यही वजह है कि मंगलवार को लगभग एक दर्जन लोग जांच मामले में अधिक जानकारी हासिल करने को ले बड़हरिया स्थित आपूर्ति पदाधिकारी के दफ्तर पहुंच गए. पूरे मामले में पडरौना निवासी नुमान अख्तर ने बताया कि एम ओ की मिलीभगत की आशंका है. उन्होंने कहा कि यदि कार्यवाही नहीं हुई तो इस मामले को लेकर पुनः ग्रामीण जिला पदाधिकारी के पास पहुंचेंगे. वहीं अशोक यादव ने बताया कि डीलर लंबे समय से गरीबों का शोषण कर रहा है जिस पर विभागीय अधिकारी मौन है.

बहरहाल, पूरे प्रकरण में एमओ की मानें तो बचने की कोई संभावना नहीं है, उन्होंने टेलिफोनिक बातचीत के दौरान साफ साफ शब्दों में कहा कि ग्रामीणों को धैर्य रखने की आवश्यकता है, गड़बड़ी मिली है, कार्रवाई भी निश्चित होगी. वहीं टेलिफोनिक बातचीत में डीलर के पुत्र संजय यादव यादव ने बताया कि कुछ ग्रामीणों द्वारा उन्हें हानि पहुंचाने के लिए षडयंत्र किया जा रहा है. पहले भी कई साजिशकर्ता ग्रामीणों द्वारा फंसाने की धमकी दी जाती रही है. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).

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