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सीवान : वरीय अधिवक्ता विजय कुमार तिवारी का निधन, अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन धारण कर खुद को किया न्यायालयीय कार्यों से अलग

सीवान में वरीय अधिवक्ता विजय कुमार तिवारी के आकस्मिक निधन को लेकर गुरुवार को जिला अधिवक्ता संघ के सभा कक्ष में एक शोक सभा बुलाई गई. जिसकी अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष पांडेय रामेश्वरी प्रसाद ने और सभा का संचालन सचिव प्रेम कुमार सिंह ने किया.

शोक सभा मे सचिव ने उनकी दिवंगत अधिवक्ता विजय कुमार तिवारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया की विजय तिवारी जी ने 1993 से अधिवक्ता के रूप में कार्यरत थे. तीन भाइयों में सबसे बड़े विजय तिवारी ही थे. परिवार के सारे लोग अच्छे पदों पर कार्यरत है. उनके दो पुत्र रजनीश तिवारी जो फ़िनलैंड में किसी मल्टीनेशनल कंपनी में इंजीनियर हैं जबकि दूसरे पुत्र दिल्ली में इंजीनियर है. दो पुत्रियां रिंकी ओर पिंकी जिनकी शादी हो चुकी है.

वहीं स्व विजय तिवारी के सहयोगी वरीय अधिवक्ता और चचेरे भाई रजनी रंजन त्रिवेदी ने बताया कि तिवारी जी लगभग एक माह से बीमार चल रहे थे. चार जून को उनकी तबियत खराब हुई और छः जून को परिजनों ने वाराणसी में उनका इलाज कराया. जहां उन्हें पेस मेकर लगाया गया, लेकिन चार घंटे के अंदर वे कोमा में चले गए. तबियत बिगड़ने पर परिवार वाले उन्हें पारस हॉस्पिटल पटना ले गए. जहां इलाज के दौरान बुधवार की शाम छः बजे उनकी मृतयु हो गईऔरर उनका अंतिम संस्कार पटना में ही कर दिया गया. वहीं वरीय अधिवक्ता सुभाषकर पांडेय ने उनके निधन को जिला विधिज्ञ की एक अपूर्णीय क्षति बताया. उनके निधन वहीं अधिवक्ता के निधन पर जिला अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने अपने आप को न्यायालयीय कार्यो से अलग रखा और दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति की ईश्वर से प्रार्थना की.

मौके पर वरीय अदिवक्ता मनोज कुमार सिंह, सुनील दत्त शुक्ला, शिवनाथ सिंह, अरविंद त्रिपाठी, चंद्रशेखर सिंह, लोक अभियोजक जयप्रकाश कुशवाहा, अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, प्रेमचंद महाराज, राजू कुमार मिश्रा, बृजेश दुबे, जय नाथ सिंह, कुमार रजनीश, उपेंद्र सिंह, प्रकाश मिश्रा, संघ सदस्य राजकुमारी रीना, मो कलीमुल्लाह, गणेश राम, अजय कुमार सिन्हा व अधिवक्ता संघ के पूर्व सचिव राजीव रंजन राजू समेत सैकड़ो अधिवक्ता गण उपस्थित थे. (सेंट्रल डेस्क).

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