सीवान : रामनवमी मेला में अशांति की संभावना से पुलिस ने जीवन यादव को कस्टडी में लिया, आठ घंटे बाद किया रिहा
सीवान से बड़ी खबर है, जहां मुफस्सिल थाना पुलिस ने रविवार को तथाकथित समाजसेवी जीवन यादव को कस्टडी में लेकर करीब आठ घंटे तक थाने में बैठाए रखा. पुलिस और जिला प्रशासन को जीवन यादव द्वारा रामनवमी मेला में अशांति फैलाये जाने की आशंका थी, जिस कारण पुलिस ने जीवन यादव को थाने में लाकर नजरबंद कर डाला.
मिली जानकारी के अनुसार, जीवन यादव के पूर्व के रिकार्ड को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन को रामनवमी मेले में शांति व्यवस्था भंग किये जाने की संभावना थी. जिसको लेकर सदर एसडीओ द्वारा जीवन यादव के विरुद्ध धारा 107 की नोटिस भी जारी की गई थी. वहीं रविवार को पुलिस ने रामनवमी मेला शुरू होने से पहले सुबह 10 बजे ही बुलाकर मुफस्सिल थाने में बिठा दिया. बाद में मेला खत्म होने पर शाम 6 बजे पुलिस ने उनसे बांड भराकर रिहा कर दिया.
वहीं पुलिस की कस्टडी से छूटने के बाद जीवन यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्हें अभी तक यह पता नहीं कि पुलिस ने उनसे थाने में आठ घण्टे तक क्यों हाजिरी लगवाई और थाने में क्यों बिठाए रखा. हालांकि जीवन ने पुलिस और प्रशासन के इस कार्य से किसी भी प्रकार की नाराजगी जाहिर नही की. उन्होंने बताया कि आज रविवार था, रविवार को उनके प्रधान कार्यालय पर निःशुल्क मेडिकल कैम्प लगता है, जिसमे आज तकरीबन 15 सौ लोगों का इलाज हुआ और दवाईयां दी गयी. उन्होंने यह भी बताया कि भले ही वे रामनवमी मेले में नही गए लेकिन उनके आदमियों ने उनके नाम की जर्सी पहन जगह-जगह स्टाल लगाकर लोगों के बीच फल, पानी और जूस का वितरण किया.
नगर परिषद के सभापति पद को लेकर समाजसेवा में हुए सक्रिय
गौरतलब है कि नगर परिषद के सभापति पद का इंडिपेंडेंट चुनाव होने की घोषणा के बाद जीवन यादव अचानक से समाज सेवा में सक्रिय हो गए हैं. माना जा रहा है कि वे नप सभापति का चुनाव लड़ेंगे और यदि सीट महिला के लिए आरक्षित हुई तो उनकी मां मुन्नी देवी चुनाव में उम्मीदवार होंगी. नगर परिषद के सभापति पद पर काबिज होने के लिए ही जीवन यादव पिछले कुछ दिनों से लगातार समाज सेवा में सक्रिय हैं.
जमीन के कारोबार से जुड़े से जीवन यादव
पिछले कुछ दिनों से तथाकथित समाजसेवी बनकर उभरे जीवन यादव का मुख्य पेशा जमीन की खरीद बिक्री का है. सीवान से लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जीवन यादव का जमीन खरीद-बिक्री का कारोबार चलता है. माना जा रहा है कि इसी कारोबार से जीवन यादव ने खूब पैसा कमाया है.
आठ घण्टे की पुलिस कस्टडी में रहने का क्या होगा असर
रामनवमी मेले के दौरान आठ घंटे तक मुफस्सिल थाने में पुलिस कस्टडी में रहने से जीवन यादव के राजनीतिक कैरियर पर क्या असर पड़ेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन, अचानक से पुलिस द्वारा हिरासत में रखे जाने से लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है और लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).
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