सीवान : अब जिले में ही होगी कोरोना की जांच, सदर अस्पताल में लगी कोविड-19 ट्रूनेट जांच मशीन
सीवान जिला वासियों के लिए एक अच्छी खबर है. अब कोरोना वायरस की जांच जिले में ही होगी. इसके लिए सदर अस्पताल में कोविड-19 ट्रूनेट नामक जांच मशीन को लगाया गया है.
बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तमाम प्रयास किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीवान के लोगों के लिए नई सौगात दी गयी है. जिले के सदर अस्पताल में कोविड-19 ट्रूनेट जांच मशीन इंस्टाल कर दी गयी है. अब जिले में ही कोरोना वायरस के संक्रमित व्यक्तियों के सैंपल की जांच होगी. इसके लिए सैम्पल को पटना भेजने की जरुरत नहीं होगी. इससे सैम्पल लेने के कुछ ही घंटे बाद से ही जांच रिपोर्ट भी मिलने लगेगी. जांच मशीन सदर अस्पताल में लगा दी गयी है. इस मशीन के लग जाने से आम जनता के साथ स्वस्थ्य कर्मियों को भी राहत मिल सकेगी. क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया सीवान सदर अस्पताल सारण प्रमंडल का एकलौता ऐसा अस्पताल है जहां पर कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांच की सुविधा शुरू की गई है. इससे जिले से अधिक संख्या में पटना भेजी जा रही कोरोना सैंपल की संख्या में कमी आएगी एवं कम समय में ही कोरोना का पता लगाया जा सकेगा.
24 घंटे में 40-50 सैंपल जांच की क्षमता :
जिला स्वास्थ समिति के डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन सिंह ने बताया इस मशीन की क्षमता एक दिन में 40 से 50 सैंपल जांच करने की है. यानि एक घंटे में दो सैम्पल की जांच होगी. लेकिन एक से दो घंटे मशीन बंद रहेगी तो उस समय जांच की संख्या कम हो जाएगी. इस तरह विभाग ने एक दिन में 40 सैम्पल जांच करने की तैयारी की है. अगर एक दिन में इससे ज्यादा सैम्पल लिया जाता है तो शेष सैम्पल को जांच के लिए पटना भेजा जाएगा.
पॉजिटिव आने वाले का सैंपल जाएगा पटना :
सिविल सर्जन डॉ यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कोविड-19 ट्रूनेट जांच मशीन से कोरोना की प्रारम्भिक जांच होगी. जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आएगी, उन्हें पूरी तरह से ठीक माना जाएगा. लेकिन जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी, केस को कन्फर्म करने के लिए फिर से सैम्पल पटना भेजी जाएगी. इसके बाद ही उसे पॉजिटिव माना जाएगा. लिहाजा यह मशीन कोरोना के बढ़ते मामलों की कम समय में पुष्टि करने में कारगर साबित होगा.
स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण :
सदर अस्पताल में लगे ट्रूनेट मशीन को संचालित करने तथा सैंपल कलेक्शन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. यहां पर शिफ्टवाइज स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि सैंपल जांच का कार्य 24 घंटे किया जा सके.
कम समय में अधिक की होगी जांच :
ट्रूनेट मशीन सिवान में लग जाने से न केवल कोरोना संदिग्ध की जांच में तेजी आएगी, बल्कि कम समय में अधिक लोगों की जांच होगी और कोविड-19 का पूर्ण पुष्टि के लिए पूर्णत: संदिग्ध का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा जाएगा. अभी मरीज के जांच रिपोर्ट आने में जहां दो से तीन लग जाते हैं और सभी लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजना पड़ता है. लेकिन ट्रूनेट मशीन के उपयोग पर सैंपल कम भेजा जाएगा. (सेंट्रल डेस्क).
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