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सीवान के मैरवा में देवर ने किया चाकू की नोक पर भाभी से दुष्कर्म, पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से किया इंकार, पंचायत से मामला सलटाने की दी सलाह

इंद्र प्रताप सिंह
सीवान के मैरवा में एक देवर द्वारा अपनी भाभी के साथ दुष्कर्म किये जाने का मामला सामने आया है वहीं स्थानीय थाना पुलिस ने मामले की प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया है जिसको लेकर लोगो में थानाध्यक्ष के प्रति आक्रोश और तनाव है.
घटना थाना क्षेत्र के बभनौली गांव की है.जहाँ की एक महिला ने मंगलवार को अपने देवर द्वारा चाकू के बल पर दुष्कर्म करने व जान से मार देने की धमकी का आरोप लगाया है. इस मामले की शिकायत स्थानीय थाना से जब की गयी तो थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार करते हुए पंचायत द्वारा मामले का निष्पादन करा लेने का मशवरा दिया है. पीड़िता व उसके निरक्षर पति को यह नहीं समझ मे आ रहा कि अब वे किसके पास न्याय की गुहार लगाये. मंगलवार सुबह आठ बजे से ही थाना परिसर मे बैठे दंपति बड़ी निराशा से वापस लौट गये. घटना का जिक्र स्वयं अपने पति संग करते हुए महिला ने बताया कि सोमवार की रात्रि जब उसके पति एक शादी समारोह मे काम करने गये थे तो शाम साढे सात बजे मेरे देवर मो.सलीम ने पहले मेरी पिटाई की और फिर चाकू का भय दिखाकर जबरन दुष्कर्म किया. दुष्कर्म के बाद धमकी देते कहा कि किसी से कहा तो जान से मार देगे. पति के आने पर मैने बताया. इसके पहले भी ऐसे ही घर मे उसने मुझसे जबरन दुष्कर्म की घटना कर चुका है. जिसकी शिकायत परिजनों से की गयी तो घर के लोगों ने डांट-फटकार कर इज्जत का हवाला देते मेरा मुॅह बंद करा दिया था. वहीं कल एकबार फिर जब उसने जबरन तीसरी बार मेरे साथ दुष्कर्म किया तो इसकी शिकायत करने मैरवा थाना प्रभारी पूनम कुमारी के पास गयी तो उन्होंने मामला दर्ज करने से इंकार करते हुए महिला थाना जाने की बात कही.
दूसरी ओर घटना की जानकारी होने पर जब मीडिया कर्मियों ने इस संबंध मे थानाध्यक्ष पूनम कुमारी से पूछा तो उन्होंने कहा कि 376 का मामला है जो केवल महिला थाना में ही दर्ज होता है. गौरतलब है कि मैरवा थाना में पदस्थापित महिला थानाध्यक्ष पूनम कुमारी के पदभार ग्रहण के साथ ही महिलाओं की समस्याओ की सुनवाई बंद हो गयी है. उनके कार्यकाल के दौरान जब भी दुष्कर्म या छेड़कानी का मामला आता है तो वे उन पीड़ितों को महिला थाना जाने का मशवरा देकर अपना पल्ला झाड लेती है. वे महिलाओं की आपबीती को महिला थाना में ही मामला दर्ज करने के लिए प्रायः भेजती है जिससे मैरवा मे महिला थाना प्रभारी के होने की पीड़िताओं की खुशियाँ काफूर हो चली है.
बताते चले कि पिछले दस मार्च को एक नाबालिक के साथ यज्ञ के दौरान लगे मेले मे हुई दुष्कर्म की घटना को नाबालिक का मामला बताकर उन्होंने अपने थाने में केस दर्ज करने से इनकार करते हुए रात के 11 बजे महिला थाना भेज दिया. वही एक माह पहले भी मैदनिया मे एक नाबालिक के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को भी महिला थाना भेज दिया.जिसके लिए परिजनो को हर काम के लिए सीवान ही जाना पड़ता है. इसके अलावा कई महिला संबंधित मामले के लिए लोगो को सीवान का पता बता दिया जाता है.
कुछ माह पहले एक पत्नी को बहला-फुसला कर एक चिकित्सक द्वारा शारीरिक संबंध बनाने व पति को जहर देकर मार देने की योजना बनाने की पोल खुल जाने की घटना को लीपा-पोती कर दिया गया.
मंगलवार को भी एक निरक्षर दंपति दुष्कर्म की घटना के लिए जब थाना मे पहुचे तो उन्हे भी जिला मुख्यालय स्थित महिला थाना का ही रास्ता बता दिया गया. वहीं इस संबंध में एएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि दुष्कर्म की घटना किसी भी थाना मे दर्ज किया जा सकता है. यदि महिला प्रभारी है तो वही महिला थाना हो गया.
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