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मुजफ्फरपुर दारोगा आत्महत्या मामले में नया मोड़, दारोगा की विधवा ने दर्ज करायी हत्या की प्राथमिकी

अभिषेक श्रीवास्तव

मुजफ्फरपुर के पानापुर करियात ओपी में तैनात सीवान के रहने वाले दारोगा संजय कुमार गौड़ की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है. मुजफ्फरपुर पुलिस ने जहाँ संजय गौड़ की मौत को आत्महत्या बताया वहीं मृत्त दारोगा की पत्नी ने इसे साजिश के तहत हत्या का मामला बताते हुए मुजफ्फरपुर पुलिस के वरीय पदाधिकारियों पर हत्या का आरोप लगाया है. दारोगा की विधवा ने सीवान के दरौली थाना में मुजफ्फरपुर एसपी के खिलाफ लिखित शिकायत भी दी है.

बता दे कि मुजफ्फरपुर के कांटी थाना के पानापुर करियात ओपी में एस आई के पद पर तैनात दारोगा संजय कुमार गौड़ की रविवार को अपने थाना में ही गोली लगने से मौत हो गयी. संजय कुमार गौड़ सीवान जिले के दरौली थाना क्षेत्र के मुड़ा कर्मवार गाँव के रहने वाले थे. जो 2009 के बैच में पुलिस में भर्ती हुए थे. पूर्व में वे हाजीपुर के सहदेई ओपी के इंचार्ज रह चुके थे. जहाँ उनकी गाड़ी से शराब मिलने के आरोप में उनपर कारवाई हुयी थी और उनके सर्विस रिवाल्वर को सीज कर लिया गया था और उनका स्थानांतरण मुजफ्फरपुर के आहियापुर थाना में किया गया था.

सोमवार को सीवान के दरौली थाना में संजय कुमार गौड़ की विधवा कल्याणी देवी ने लिखित आवेदन देते हुए बताया है कि उनके पति के अनुसूचित जन जाति से होने के कारण अफसरों द्वारा उन्हें हेय दृष्टि से देखा जाता था और उन्हें बराबर तंग व प्रताड़ित किया जाता था. कल्याणी देवी ने अपने आवेदन में मुजफ्फरपुर के एसपी पर उनके थानेदार के रूप में पोस्टिंग के लिए दस लाख रूपये रिश्वत मांगे जाने का आरोप भी लगाया है. कल्याणी देवी ने लिखा है कि उनके पति ने दस लाख में से साढ़े छ: लाख रुपये मुजफ्फरपुर एसपी को दे भी दिया था जिसके चलते एसपी ने उन्हें गायघाट थाना का इंचार्ज बना भी दिया था लेकिन रिश्वत के शेष साढ़े तीन लाख रूपये नहीं दिए जाने के कारण एसपी ने उन्हें फिर से विरमित करते हुए पानापुर करियात ओपी में दारोगा बना दिया.

मृत्त दारोगा की विधवा ने यह सवाल भी उठाया है कि जब उनके पति के पास सर्विस रिवाल्वर था ही नहीं तो उन्हें किन परिस्थितियों में एक दिन के लिए गायघाट का इंचार्ज बना दिया गया था. वहीं उन्होंने अपने पति के दुसरे किसी के सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या की बात को भी संदेहास्पद और गलत बताया है. उन्होंने सीधे तौर पर इसके लिए मुजफ्फरपुर एसपी सहित पुलिस के वरीय पदाधिकारियों को दोषी बताते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई किये जाने की गुहार लगायी है.

उधर, दरौली के मुड़ा कर्मवार गाँव में संजय गौड़ की लाश आने के बाद पुरे गाँव के लोग इकट्ठे हो गये और आरोपी पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगें. दरौली पुलिस द्वारा काफी देर तक मान-मनौवल किये जाने के बाद लोगों ने शव के अंतिम संस्कार की इजाजत दी.

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