सीवान : पिता ने दर्ज कराई शादी के नियत से पुत्री के अपहरण की नामजद प्राथमिकी, पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बाद पीआर बॉन्ड पर छोड़ा

सीवान || जिले की पुलिस इन दिनों नियम और कानून को ताक पर रख कर काम कर रही है. पिछले दिनों हुए गौतमबुद्ध नगर थाना क्षेत्र के भलवारा गांव से एक युवती के अपहरण मामले में स्थानीय पुलिस की संदेहास्पद कार्यशैली की चर्चा थमी भी नहीं थी कि अब पचरुखी थाना क्षेत्र के एक गांव से एक युवती का अपहरण हो गया और इस मामले में अपहृता के परिजनों द्वारा नामजद प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के बाद पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद छोड़ दिए जाना जहां चर्चा का विषय बना हुआ है, वहीं अब पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान भी लगने लगे हैं.

बता दें कि गए 10 जुलाई को पचरुखी थाना क्षेत्र के एक गांव से शादी की नीयत से एक युवती का अपहरण कर लिया गया. अपहृता के परिजनों द्वारा पचरुखी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. मामले में नामजद दो अभियुक्तों में एक की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस ने थाने से ही उसको पीआर बॉन्ड भराकर छोड़ दिया. वहीं अपहृत युवती का सुराग मिले बिना अभियुक्त को थाने से छोड़ने को लेकर स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी है.

हालांकि, सूत्रों की माने तो पुलिस ने अपहृता के परिजनों द्वारा दो युवकों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन बड़हरिया के राजद विधायक बच्चा पांडेय पचरुखी थाना में पहुंच पुलिस पर दबाव डालते हुए आरोपी को छुड़वा दिया. विधायक बच्चा पांडेय के थाने में घुसकर थानाध्यक्ष को धमकाने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. सूत्रों की माने तो गिरफ्तार युवक के पक्ष में विधायक पचरुखी थानाध्यक्ष को जमकर फटकार लगाई और उसे छुड़वा लिया. हालांकि अभी भारत इस बात की और वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर पचरुखी थानाध्यक्ष सन्नी कुमार रजक ने बताया कि पूछताछ में कोई सुराग नही मिलने के कारण गिरफ्तार युवक को पीआर बॉन्ड पर छोड़ा गया है, जांच पड़ताल के साथ हीं आगे की कार्रवाई जारी है. (समरेंद्र ओझा की रिपोर्ट).