सीतामढ़ी : अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी कर किया गया सील
सीतामढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक नीजी नर्सिंग होम पर छापेमारी करते हुए उसे अवैध रूप से संचालित किए जाने के आरोप में सील कर दिया.
बता दें कि एसएमओ डॉ सुरेन्द्र कुमार चौधरी द्वारा गत 17 फरवरी को जांच कर सिविल सर्जन को जांच प्रतिवेदन देने के बाद सिविल सर्जन ने एक अप्रैल को अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी कर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिया था. जिसके आलोक में शुक्रवार को गठित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आरके सिंह के नेतृत्व में अवैध नर्सिंग होम राज सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल पर छापेमारी की और उसके छः कमरा को सील कर दिया.
छापेमारी टीम सबसे पहले सुरसंड परिहार रोड एनएच 87 पहुंची, पर वहां कार्य करने वाले कोई भी डॉक्टर व कर्मी मौजूद नहीं थे. घंटों इंतजार के बाद उपस्थित इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के पहल पर बगल के दरवाजे को खुलवाया गया जिसके बाद निर्गत टीम ने अंदर प्रवेश किया. जहां आठ मरीजों को भर्ती पाया गया. जिसमें सभी महिलाओं का ऑपरेशन से प्रसव हुआ था. जिसमें सुरसंड सीएचसी, परिहार सीएचसी, चोरौत सीएचसी से एम्बुलेंस आई तब ऑपरेशन होने वाली मरीजों को अरुणा कुमारी चांदपट्टी निवासी व बाजपट्टी थाना क्षेत्र के रसलपुर गांव निवासी सतिया देवी पति राहुल राय, पूजा कुमारी श्रीखण्डी पूर्वी निवासी अदलपुर गांव निवासी खुशबू देवी पति रमेश मंडल, पूजा देवी पिता सिमन महतो अशोक चौक सुरसंड नगर पंचायत वार्ड नम्बर 14 निवासी, रूना देवी पति धर्मेन्द्र कुमार चांदपट्टी, उर्मिला देवी पति दिनेश साह बनौली निवासी को बेहतर इलाज के लिए एम्बुलेंस से सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेजा गया है. तत्पश्चात लगभग एक घंटे से ज्यादा समय तक सभी आवश्यक कागजातों की जांच के बाद राज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को अवैध करार करते हुए सील कर दिया गया.
वहीं स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई के बाद अवैध तरीके से अस्पताल संचालित करने वाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया. कई जगहों पर क्लीनिकों के शटर धड़ाधड़ गिर गए. गौरतलब है कि सुरसंड में प्रशासनिक अधिकारियों की काफी किरकिरी हुई थी. अखबारों में खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आई और छापेमारी की गई. जब टीम सुरसंड पहुंची तो कर अवैध निजी राज सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई शुरू की. जिसमें और भी नीजी नर्सिंग होम का निबंधन खत्म होने के बाद अपनी निबंधन को नया नहीं कर पाए वैसे नर्सिंग होम भी छापेमारी के दौरान बन्द कर चुके थे. वहां एक भी मरीज नही पाया व सभी कमरे में ताला लटका पाया गया. कुंती सेवा सदन के संचासलक ने चिकित्सक पदाधिकारी डॉ आर के सिंह को लिखित आवेदन के साथ शपथ पत्र दिया कि, जब निबंधन करा लेंगे फिर अस्पताल को खोलेंगे.
इस सबन्ध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी डॉ रामकिशोर सिंह के आवेदन पर थाने एक प्राथमिकी दर्ज की. जिसमे डॉ सब्बीर आजाद, डॉ टीपी अकेला, डॉ अजित कुमार राजा, डॉ मीरा कुमारी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. छापेमारी टीम में नेत्र चिकित्सक डॉ राजेश कुमार, दण्डाधिकारी सह अंचलाधिकारी संजय कुमार, थानाध्यक्ष अजय कुमार मिश्र, सहायक अवर निरीक्षक प्रदीप पासवान, प्रधान सहायक अजित कुमार राय, केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक प्रभात कुमार सिंह, गौतम कुमार ठाकुर व अरविंद सिंह शामिल थे. (किशन कुमार ठाकुर की रिपोर्ट).
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