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सहरसा : पुलिस कस्टडी में कुख्यात डॉन पप्पू देव की मौत, पुलिस ने हार्ट अटैक से मरने की कही बात

सहरसा से बड़ी खबर है, जहां कुख्यात डॉन पप्पू देव के मौत की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि पप्पू देव को हार्ट अटैक हुआ, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन आखिरकार पप्पू देव की मौत हो गई.

बता दें कि 90 के दशक में पप्पू देव की तूती कोसी के इलाके में बोलती थी. सहरसा सदर अस्पताल में पप्पू देव को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. उसका इलाज आईसीयू में चल रहा था लेकिन उसकी मौत हो गई. हालांकि पप्पू की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. पप्पू देव 90 के दशक में कोसी के इलाके में एक बड़े डॉन के तौर पर उभरा था. जब बिहार में जुर्म एक उद्योग का रूप ले चुका था, उस दौर में पप्पू देव कोसी के इलाके में ऑपरेट करता था. माना जाता था कि पप्पू देव की मर्जी के बगैर उस इलाके में किसी की किडनैपिंग नहीं की जा सकती. अगर कोई छोटा गिरोह किडनैपिंग की वारदात को अंजाम भी देता था तो अपहृत आखिरकार पप्पू देव के नेटवर्क में ही पहुंचता था.

सराही गांव में सदर थाना द्वारा की गई छापामारी के दौरान पुलिस को एक पिस्टल, कट्टा तथा 13 राउंड गोलियां मिली. पप्पू देव के समर्थकों को हिरासत में लिया गया तथा उनके द्वारा बताया गया कि दो गाड़ी भरकर आदमी हरवे हथियार के साथ भाग निकले हैं. उन अपराधियों का पीछा करते हुए पुलिस बिहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत पप्पू देव के घर पहुंची तथा वहां भी छापामारी की गई. वहां से भी दो लोगों को हिरासत में लिया गया तथा पप्पू देव के बारे में पूछताछ की गई. छानबीन के क्रम में पुलिस को सूचना मिली कि पप्पू देव एक चिमनी भट्ठा के बगल में उमेश ठाकुर के मकान में सोया हुआ है. पुलिस के द्वारा वहां छापामारी की गई तो पप्पू देव और उसके समर्थकों द्वारा पुलिस पर गोलियां चलाई गई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस के द्वारा भी आत्म रक्षार्थ फायरिंग की गई. पुलिस से घिरा हुआ देखकर पप्पू देव अपना राइफल लेकर भागने की कोशिश करने लगा तथा उसने दीवार से छलांग लगा दी. पुलिस बल के द्वारा उसे उठा कर लाया गया. पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद उसने छाती में दर्द होने की शिकायत की तो उसे देर रात 2:05 पर सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. 3:10 पर उसे चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए दूसरे संस्थान में ले जाने की बात कहते हुए रेफर कर दिया. पुलिस के द्वारा तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था की गई तथा उसे दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल या पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने की तैयारियां शुरू की गईइसी दौरान 4:00 बजे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. (अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट).

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