सहरसा : कोसी के कुख्यात रामानंद पहलवान को नक्सलियों ने मारी गोली
सहरसा से बड़ी खबर है. जहां कोसी दियारा क्षेत्र में गैंगवार में दियारा का सरगना कुख्यात रामानंद यादव की हत्या की खबर से सनसनी फैल गई है. चर्चा है कि दियारा की जमीन पर कब्जा जमाने के लिए नक्सलियों और विरोधियों ने हाथ मिला लिए और रामानंद की हत्या को अंजाम दिया.
रामानंद की दियारा इलाके में बड़ी धाक थी. नक्सलियों की नजर लंबे वक्त से दियारा की जमीन पर थी लेकिन रामानंद की वजह से यहां उनकी दाल नहीं गल पा रही थी. यही कारण रहा कि नक्सलियों ने रामानंद की हत्या के लिए उसके विरोधियों से मेलजोल बढ़ाया और उसकी हत्या के लिए पूरा प्लान सेट किया. रामानंद की हत्या के बाद दियारा की जमीन पर कब्जा जमाना नक्सलियों के लिए कुछ हद तक आसान हो जाएगा. हालांकि इसमें गैंगवार बढ़ने की भी संभावना है.
बताया जा रहा है कि बुधवार की शाम करीब 6:00 बजे रामानंद यादव उर्फ पहलवान को चिड़ैया ओपी क्षेत्र अंतर्गत अलानी पंचायत के काली मंदिर से आगे खेत की पगडंडी पर पहले से घात लगाए अपराधियों ने गोली मार दी. रामानंद अपने घर से खेत की और घोड़ा से जा रहा था. कोसी रेंज के डीआईजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि क्षेत्र में गोलीबारी की सूचना पर पुलिस बलों को रवाना कर दिया गया है. हालांकि विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है. गोलीबारी की घटना को माओवादियों ने अंजाम दिया है. रामानंद यादव की हत्या की पुष्टि उसके पुत्र ने भी की है.
बता दें कि रामानंद यादव उर्फ पहलवान सलखुआ थाना क्षेत्र के गांव का रहने वाला था. लेकिन उनका अधिक समय गांव से सटे काली स्थान के निकट स्थित एक चबूतरा पर गुजरता था. बुधवार की शाम घोड़े पर सवार होकर परिवार से मिलने गांव आ रहा था इसी दौरान चिड़ैया मौजा के एक मक्के के खेत में पहले से घात लगाए बैठे अपराध ने लगातार गोलीबारी शुरू कर दी. रामानंद के सिर एवं छाती में कई गोली लगी है. हत्या की खबर सुनकर बेलाही सहित आसपास के क्षेत्र में दहशत व्याप्त है.
गौरतलब है कि रामानंद यादव बीते दो दशक से कोसी इलाके में अपराधी गिरोह का संचालन कर रहा था तथा उसके आसपास के कई जिले में दर्जनों मामले दर्ज है. पूर्व में भाई और रिश्तेदारों की भी हत्या हो चुकी है. (राजा कुमार की रिपोर्ट).
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