नवादा : मौत के बाद अपनों ने ठुकराया, आगे आया छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान
नवादा में कोरोना महामारी के इस दौर में मानवीय रिश्तों की भी मौत हो रही है. अपने अपनों की डेडबॉडी नहीं ले रहे हैं. ऐसे शवों का अंतिम संस्कार करने में जिला प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं, लेकिन कुछ लोग और संस्थाएं हैं जो ऐसे कामों के लिए आगे आकर मिसाल पेश कर रही हैं. छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान नाम का संस्था उन्हीं में से एक है.
बता दें कि छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान के सदस्य अपनी जान की बाजी लगा कर कोरोना से मरे लोगों के शवों का धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार कर रहे हैं. जरूरतमंदों को रक्त दान करने के साथ भूखे मरीजों और परिजनों को खाना खिलाने के काम के साथ-साथ शहर के विभिन्न इलाकों में ई रिक्शा पर भोजन का पैकेट रख कर घूम घूम कर जरूरतमंदो की भूख मिटा रहे हैं.
इस व्यवस्था में छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान के अध्यक्ष कैलाश विश्वकर्मा, समाजसेवी अमित कुमार, सचिव जितेंद्र प्रताप जीतू, समाजसेवी पत्रकार मनमोहन कृष्ण एवं प्रवेश कुमार हैं. छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान के इन सदस्यों ने कहा कि यह हमारा सामाजिक दायित्व है जिसे हम निभाते हैं और निभाते रहेंगे. (सन्नी भगत की रिपोर्ट).
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