नालंदा : विभिन्न मांगों को लेकर रसोईया संघ के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन
नालंदा में शुक्रवार को विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय मध्यान भोजन रसोईया फ्रंट के बैनर तले एक दिवसीय हड़ताल के दौरान कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया.
इस मौके पर संघ के सदस्यों ने कहा कि प्रधानमंत्री पोषण योजना के अंतर्गत प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्य कर रहे रसोईया की स्थिति वर्तमान समय में बंधुआ मजदूर से भी बदतर है क्योंकि ना तो इन्हें काम की सुरक्षा है और ना ही जीने के लायक पारिश्रमिक दिया जाता है. इन्हें विद्यालयों में मनमाने ढंग से रखा जाता है और उसी तरह से मनमाने ढंग से हटा भी दिया जाता है. रसोइयों का कार्य स्थाई प्रकृति का है इन्हें बार-बार बदलना विधिक परंपरा एवं मानवाधिकार के खिलाफ है. रसोइयों को वर्तमान में मिलने वाला मानदेय मात्र 1650 है जो इस भीषण महंगाई में ऊंट के मुंह में जीरा के समान है.
रसोइयों ने 13 सूत्री मांग सरकार के नुमाइंदों के सामने रखा है. जिसमें कार्यरत रसोइयों का अगस्त 2020 से अगस्त 2022 के बीच जिनका बकाया मानदेय हैं तत्काल भुगतान कराया जाए. मृतक रसोइयों को आश्रितों को सरकार द्वारा घोषित अनुग्रह बकाया राशि का भुगतान तत्काल कराया जाए. रसोइयों का मानदेय भी 10000 किया जाए. अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो हमारा आगे भी आंदोलन उग्र होगा. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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