नालंदा : सीएम के समक्ष बच्चे ने दिखायी सच बोलने की हिम्मत, प्राइवेट स्कूल में की नामांकन कराने की मांग
फ़िल्म नायक के उस दृश्य को शायद ही आप भूले होगें जिसमें रानी मुखर्जी ने मुख्यमंत्री के समक्ष गांव में बिजली नहीं आने की शिकायत की थी. उसी तरह शनिवार को नालंदा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह कल्याणबीघा में देखने को मिला, जहां छठी क्लास का एक छात्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर सरकारी स्कूल के जगह प्राइवेट स्कूल में नामांकन कराने की गुहार लगाने लगा. बच्चे की बात सुन मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
दरअसल, शनिवार को मुख्यमंत्री अपनी पत्नी की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर कल्याणबिगहा पहुंचे हुए थे. जहां हरनौत प्रखण्ड के नीमाकौल के छः क्लास के छात्र सोनू कुमार ने जब नीतीश कुमार जनसंवाद कार्यक्रम में लोगो की समस्याओं को सुन रहे थे तो अपनी समस्या को बताया कि उसके पिता शराबी हैं, वह सरकारी स्कूल में पढ़ता है, जहां शिक्षक ही नहीं आते, इसलिए वह प्राइवेट स्कूल में पढ़ना चाहता है. बच्चे सीएम को बताया कि उसका पिता रणविजय यादव दही बेचने का काम करता है. उसकी कमाई के रुपए से शराब पी जाते हैं. गरीब परिवार से होने के कारण मध्य विद्यालय नीमा कौल के सरकारी स्कूल में पढ़ता है, जहां शिक्षको को भी अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने नहीं आता है.
बच्चे ने कहा अगर सरकार हमे मदद करे तो मैं भी पढ़ लिखकर आईएएस-आईपीएस बनना चाहता हूं. सोनू कुमार छठी कक्षा में पढ़कर 5वीं कक्षा तक के 40 बच्चो को शिक्षा देकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है. वहीं इस छोटे से बच्चे के हिम्मत को देखकर अधिकारी से लेकर नेता तक दंग रह गए. सीएम के आदेश के बाद उसको सहयोग मिल पाता है कि नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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