नालंदा : सीएए और एनआरसी के विरोध में मनौैब्बर राणा की बेटी फौैजिया राणा पहुँची बिहारशरीफ
नालंदा में बुधवार को सीएए व एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध के समर्थन में मशहूर शायर मनौैब्बर राणा की बेटी फौैजिया राणा बिहारशरीफ पहुंची और कई स्थलों पर जाकर अपनी बात रखी. इससे पहले उन्होंने बैगनाबाद स्थित समाजसेवी मो टुपटुप मलिक के घर पर आयोजित प्रेसवार्ता में अपनी बात खुलकर रखी.
उन्होंने कहा कि हमारा विरोध न तो किसी पार्टी से है और न किसी पद से. हमारा विरोध तो सरकार के उन नीतियों से है जो देश के संविधान व गंगा-यमुनी तहजीब को तोड़ना चाहती है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के ज्वलंत मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए नए-नए कानून ला रही है. उन्होंने सीएए और एनआरसी को काला कानून बताते हुए केंद्र सरकार से मांग की है वो इस कानून को वापस लें. उन्होंने इसे समाज को बांटने वाला कानून बताते हुए कहा कि यह कानून गैर जरूरी है, क्योंकि नागरिकता देने के लिए पहले ही प्रावधान है. उसी प्रवाधान के तहत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी आए. इसमें बदलने लायक क्या था.
फौजिया राणा ने कहा कि हम चाहते हैं कि जिन हिन्दू भाइयों का उत्पीड़न हो रहा है, उनको आप नागरिकता दें. लेकिन मुसलमानों को अलग कर आपने सही नहीं किया. सीएए पर सवाल उठाते हुए फौजिया राणा ने कहा कि ये लाया क्यों गया, इसे लाने की आवश्यकता क्या थी? आपको जिन लोगों को मर्जी थी उन्हें नागरिकता दे देते. किसने मना किया था. आप इस बात को फिर से हिदू मुस्लमानों में बांटना चाहते हैं. नागरिकता कानून केवल एक समुदाय को भयभीत करने के लिए लाया गया है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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