नालंदा : आंधी-पानी में गिरा पीपल का वृक्ष हुआ खड़ा, दैविक चमत्कार मान लोग पूजा-अर्चना में जुटे
नालंदा शुक्रवार को अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला जब आंधी-पानी में गिरे एक पीपल का वृक्ष खड़ा हो गया और लोग उसे दैविक चमत्कार मान पूजा-अर्चना करने लगे. घटना सोहसराय इलाके के सोहडीह दुर्गा स्थान मंदिर की है.
बताया जाता है कि मंदिर के परिसर में लगा एक विशालकाय पुराण पीपल का वृक्ष पिछले दिनों आयी आंधी पानी के दौरान अचानक गिर गया था. पेड़ गिरने के बाद मोहल्ले वासियों ने एकमत होकर वृक्ष को बढ़ई धन्नो पासवान के हाथों 25 हजार में बेच दिया. जिसके बाद धन्नो अपने मजदूरों की मदद से वृक्ष की कटाई कर रहा था. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. इसी बीच गुरुवार की देर शाम जब मजदूर जड़ से थोड़ा ऊपर काटने की तैयारी कर रहे थे तो एक मजदूर को जोड़ का झटका महसूस हुआ और वह दूर फेंका गया. वहीं वृक्ष जमीन से केरीब 10 फीट ऊंचा खड़ा हो गया. धीरे-धीरे यह बात लोगों के कानों तक पहुंची जिसके बाद लोग इसे दैविक चमत्कार मान लगातार पूजा अर्चना में जुटे गए.
स्थानीय लोगों की मानें तो यह भगवान का चमत्कार है. जिससे गिरा हुआ वृक्ष कुछ सीधा हो गया है. मोहल्ले वासी दरख़्त को सीधा कर इस के अगल-बगल चबूतरा बनाने की तैयारी में जुट गए, ताकि यह पेड़ को संरक्षित रह सके. हालांकि कृषि वैज्ञानिक इस बात को नहीं मान रहे हैं. उनका कहना है कि पीपल का वृक्ष विशालकाय था और उसकी जड़ें काफी दूर तक रहती हैं, इस कारण जब वृक्ष के ऊपरी हिस्से को काट कर हटा दिया गया तो वह सीधा दिखाई दे रहा है, यह किसी प्रकार का दैविक चमत्कार नहीं है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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