कैमूर : बसपा के पूर्व प्रदेश सचिव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित
कैमूर में मंगलवार को भभुआ शहर के टारगेट एकैडमी स्कूल के बगल में बसपा के पूर्व प्रदेश के सचिव जितेंद्र कुमार भास्कर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की गई. जहां बैठक के दौरान पार्टी से संबंधित कई बिंदुओं पर चर्चा की गई. जिसमें बसपा बिहार के प्रदेश प्रभारी डॉ लालजी मेधांकर के द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार एवं पार्टी से निकालने को लेकर चर्चा भी किया गया.
वहीं बसपा प्रदेश के पूर्व सचिव जितेंद्र कुमार भास्कर ने बताया कि बिहार में बहुजन समाज पार्टी को प्रभारी ने चारागाह बना रखा है. आज से नहीं गांधी आजाद से लेकर राम जी गौतम तक बीच-बीच में जितने भी प्रभारी आए उतने प्रभारी पार्टी को बैक कर गए. पार्टी से वर्करों को निकालने का कब तक सिलसिला जारी रहेगा. एक कार्यकर्ता को तैयार करने में 20 साल लगता है जब कार्यकर्ता सही बात रखता है तो प्रभारी को नागवार लगता है और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देते हैं. प्रभारी को लिखो फेको की जरूरत है. इन लोगों को डिक्शनरी में मिशनरी की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने डॉक्टर लाल जी मेधांकर पर आरोप लगाते हुए कहा कि सन 2020 में गठबंधन के नाम पर करोड़ों रुपए लेने का काम किया. यह जीता जागता उदाहरण है चैनपुर विधानसभा के प्रत्याशी जमा खान से राम जी गौतम, विजय प्रताप एवं श्रीकांत इन तीनों प्रभारी एवं कार्यालय के सचिव गौतम खरवार ने जब दो करोड़ रुपए मांगा तो जमा खां का पैर से जमीन खिसक गई. प्रभारी ने कहा रोने से काम नहीं चलेगा उतना पैसा देना पड़ेगा नहीं तो टिकट काट दिया जाएगा, तब मजबूर होकर जमा खा को अपनी जमीन बेचना पड़ा बिहार के चमारों को थोक भाव में बेच देता है. यही कारण है कि विधायक भाग जाते हैं. बिहार में प्रभारी मंचों पर मिशन की बात करते हैं नीचे उतरने के बाद सीधा कमीशन की बात करते हैं.
बिहार में प्रभारी लालजी मेधांकर यानी लालची मेधांकर लाखों रुपए लेकर हर जिले में नंगा नाच किया और संगठन से हटकर जिलाध्यक्ष बनाया. यही जिला परिषद से लेकर मुखिया तक लाखों रुपए लेकर ऑथराइज किया जो सारा ऑथराइज वाले प्रत्याशी हार गए. बिहार के प्रभारी ने कमीशन से रिश्ता जोड़ लेते हैं मिशन से रिश्ता तोड़ लेते हैं, जो इनके द्वारा पार्टी से समक्ष अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा किया गया है. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.