कैमूर : सदर अस्पताल में एक करोड़ की लागत से बना ऑक्सीजन प्लांट नहीं हुआ चालू, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने शीघ्र चालू होने का दिया आश्वासन
कैमूर में कोरोना को लेकर जहां प्रशासन अलर्ट मोड पर है वहीं भभुआ सदर अस्पताल में समुचित व्यवस्था नहीं है. यहां एक करोड़ की लागत से बना ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है पर कई तकनीकी कारणों से ऑक्सीजन सप्लाई अभी तक रुका हुआ है.
बता दें कि सदर अस्पताल में 81 बेड़ो पर ऑक्सीजन पाइप लगाना था, जो अधर में पड़ा है. वहीं छः वेंटिलेटर दो साल से धूल फांक रहा है. कोई एक्सपर्ट नहीं है जिससे उसको चालू किया जाए. कोई जेनरल फिजियस भी नहीं है. पर स्वास्थ्य विभाग के अभी आलाधिकारी का कहना है कि कोरोना से लड़ने को लेकर तैयार है. बिना साधन के कैसे कोरोना से लड़ेगा स्वास्थ्य विभाग. रविवार को बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने खुद माना कि ऑक्सीजन प्लांट बंद है पर उन्होंने उसे जल्द शुरू करने का आश्वासन फिये.
बता दें कि बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने निरीक्षण के दौरान पाया कि ऑक्सीजन प्लांट शुरू नहीं है. कई अन्य खामियां भी हैं. अब सवाल है कि सिर्फ आश्वासन देने से क्या कोरोना के मरीज ठीक हो जाएंगे. डब्लूएचओ ने खुद गाइड लाइन जारी किया है कि कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रोन खतरनाक है उसके बाद भी सदर अस्पताल के अधिकारी चुपी साधे हुए है. सारी व्यवस्था उपलब्ध होने के बाद भी संचालित नहीं होना, कोरोना से लड़ने की कैसी तैयारी है ? यह जांच का विषय है. बहरहाल, इतनी बड़ी लापरवाही कही कोरोना के मरीजो पर भारी न पड़ जाए. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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