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कैमूर : लॉकडाउन में काम बंद होने से मजदूरी करने को विवश हुए जिले के प्रसिद्ध ऑर्गेन वादक संतोष निषाद

कभी ऑर्गेन बजाकर पूरे बिहार में नाम कमाने वाले कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के कलाकार संतोष निषाद लॉकडाउन में काम बंद होने के कारण बेरोजगार हो गए और परिवार के 10 लोगों का खर्चा चलाने का जिम्मा उनके कंधों पर आ पड़ा और वह परिवार चलाने के लिए हाथों में ऑर्गेन छोड़कर कुदाल थामकर राजमिस्त्री के साथ मजदूरी करने लगे.

बता दें कि संतोष निषाद वाराणसी और पटना में रेडियो स्टेशन पर ऑर्गेन की प्रस्तुति दे चुके हैं. उसके साथ भोजपुरी के निर्गुण गायक भरत शर्मा के साथ भी अपनी प्रस्तुति दी है. इसके अलावें जिला प्रशासन की तरफ से जिलाधिकारी ने उन्हें दो बार बेस्ट ऑर्गेन बजाने का अवार्ड भी मंच से दिया है. वहीं लॉकडाउन में सारे काम बंद हो जाने के कारण जितने भी इनके प्रोग्राम पहले से तय थे सब कैंसिल हो गए हैं. संतोष निषाद बताते हैं कि जब तक पास में पैसे थे घर के खर्चे चलें, पैसे खत्म होने के बाद जब उन्हें कहीं काम नहीं मिला और ना ही जिला प्रशासन से मदद, तो मजबूरन उन्होंने हाथ में कुदाल थामकर राजमिस्त्री के साथ मजदूरी का काम करना शुरू कर दिया जिससे कि परिवार की जीविका चल सके.

वहीं संतोष के परिवार वाले बताते हैं कि कभी ऐसा दिन नहीं आया था और ना ही संतोष ने कभी मजदूरी किया था, लेकिन हम लोगों की जीविका चलाने के लिए संतोष ने ऑर्गेन छोड़ हाथों में कुदाल पकड़ लिया और मजदूरी करने चल दिये. ना तो जिला प्रशासन से आज तक आवास योजना का ही लाभ मिल पाया और ना ही राशन कार्ड ही बन पाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनधन खाते में जो पैसे भेजे गए थे उससे कुछ दिन तक लॉकडाउन में परिवार की नैया पार लगी, लेकिन उससे कितने दिन काम चल पाता, इसलिए मजबूरी में मजदूरी करना पड़ रहा है. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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