छपरा : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
छपरा में मंगलवार को फ़ाइलेरिया मुक्त अभियान के तहत सदर प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र पर प्रखंड की सभी आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसएस प्रसाद ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता की. जहां फाइलेरिया रोग के लक्षणों व उसके बचाव के बारे में आशा कार्यकर्ताओं को जानकारी दी गई.
प्रशिक्षण में बताया गया कि हाथी पांव एक ऐसी बीमारी है जिसका पैरासाइट लगभग सभी आदमी में आमतौर पर पाया जाता है. जिसके उन्मूलन के लिए सरकार के द्वारा वर्ष में एक बार सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जाता है. जिसके अंतर्गत डीईसी एवं एलबेंडाजोल की खुराक दी जाती है.
फाइलेरिया से बचाव को ऐसे खानी है दवा :
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया अभियान में डीईसी एवं एलबेंडाजोल की गोलियां लोगों की दी जाएगी. 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी. एलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है.
फाइलेरिया से बचाव को दवाओँ का सेवन आवश्यक है:
प्रशिक्षण में बताया गया कि इस बार आशा कार्यकर्ता के माध्यम से घर घर जाकर बच्चों को सामने में दवा का सेवन करवाना एवं ससमय प्रतिवेदन भेजना जरूरी है. प्रशिक्षण में आशा द्वारा घर-घर भ्रमण कर घर के 2 वर्ष से ऊपर के बच्चों एवं व्यस्कों को फ़ाइलेरिया की दवा खिलाने एवं एलबेंडाज़ोल की दवा खिलाने तथा रजिस्टर का संधारण करने, संध्या में दवा खिलाने एवं दवा बचत का प्रतिवेदन देने का प्रशिक्षण दिया गया.
गौरतलब है कि फ़ाइलेरिया बीमारी क्युलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है. यह क्युलेक्स मच्छर घर में, छत पर, घर के आस-पास साफ पानी में रहता है. पूरे विश्व का 40% फाइलेरिया मरीज केवल भारत में मौजूद है, जबकि पूरे भारत का 25% मरीज केवल बिहार राज्य में मौजूद है.
इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसएस प्रसाद, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक रिचा यादव, बीएमएन्डई सुशील कुमार, भीबीडीएस मारुति, पीसीआई के आरएमसी संजय कुमार यादव, बीसीएम ऋतु कुमारी एवं केयर बीसी पंकज कुमार समेत अन्य मौजूद थे. (सेंट्रल डेस्क).
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