बेगूसराय : कोरोना से दो लोगों की मौत, 91 संक्रमित
बेगूसराय में कोरोना वायरस ने आक्रामक रूख पकड़ लिया है. मंगलवार की रात बेगूसराय में दो लोगों की कोरोना से मौत हो गई, जबकि 91 लोगों का इलाज आइसोलेशन में चल रहा है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर के मद्देनजर अब 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाएगा, पॉजिटिव पाए जाते ही उन्हें अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा. यह जानकारी डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बुधवार को कारगिल विजय भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
डीएम ने बताया कि एक मार्च के बाद बेगूसराय में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. इस दौरान 157 लोग संक्रमित पाया जा चुके हैं, जिसमें से 91 लोगों का इलाज चल रहा है. जबकि सूजा निवासी योगेश्वर ठाकुर तथा चाणक्य नगर निवासी शिव शंकर राय की मौत मंगलवार की रात होम आइसोलेशन में इलाज के दौरान हो गई है. पॉजिटिव केस लगातार बढ़ता जा रहा है, इस अनुपात में जांच की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. एक मार्च के बाद अब तक 44 हजार 469 लोगों की जांच किया जा चुका है तथा प्रत्येक दिन कम से कम तीन हजार जांच का लक्ष्य रखा गया है. बेगूसराय में सबसे अधिक मामला बेगूसराय सदर प्रखंड और नगर क्षेत्र में है, यहां 64 लोग कोविड संक्रमित हैं. जिला भर में 46 जोखिम क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) बनाया गया है. पॉजिटिव पाए जाते ही जोखिम क्षेत्र बनाकर, उसके सभी लोगों की जांच और कांटेक्ट ट्रेसिंग समेत अन्य कार्रवाई की जा रही है.
कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए प्रशासन लगातार विशेष जांच अभियान चला रही है. 27 वाहनों को जब्त किया गया है तथा सभी विभाग को प्रोटोकॉल के पालन का आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है. वाहन में 50 प्रतिशत ही सवारी बैठाए जाएंगे, स्कूल कॉलेज 11 अप्रैल तक बंद रहेंगे, इसके बाद स्थिति के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने बताया कि प्रोटोकॉल का पालन और टीकाकरण ही संक्रमण से बचाव का साधन है. अब तक यहां 40 साइट पर एक लाख नौ हजार 568 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. प्रत्येक दिन दस हजार टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. कोरोना का दूसरा अटैक बहुत ही खतरनाक है तथा यह तेजी से फैल रहा है. जिसके मद्देनजर सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, जांच और टीकाकरण की दैनिक समीक्षा हो रही है.
प्रेस वार्ता में एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन सभी प्रोटोकॉल का पालन करने में जुटी हुई है. लोग मोबाइल बचाने के लिए स्क्रीन गार्ड समेत बहुत कुछ उपाय करते हैं, लेकिन अपनी जान बचाने के लिए एक मास्क नहीं लगा रहे हैं, यह दुखद है, प्रशासन मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए कड़ा रुख अख्तियार कर चुका है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.