बेगूसराय : सीएम ने किया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का शिलान्यास
बेगूसराय में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बेगूसराय के तीन अनुमंडल मुख्यालय में बनकर तैयार एएनएम कॉलेज का उद्घाटन भी किया.
इस कार्यक्रम में विकास भवन के एनआईसी से डीएम रोशन कुशवाहा, विधान पार्षद सर्वेश कुमार, बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार, मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, चेरिया वरियारपुर विधायक राजवंशी महतो, सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष रुदल राय एवं बीएमएससीआईएल के अभियंता मार्कण्डेय साई भी शामिल हुए.
राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल बेगूसराय का निर्माण बरौनी प्रखंड कार्यालय के समीप असुरारी स्थित बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) के परिसर में 20 एकड़ जमीन पर 515 करोड़ रुपये कि लागत से किया जाएगा. इस परियोजना में तीन प्रकार के भवन शैक्षणिक भवन, अस्पताल भवन एवं आवासीय भवन का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है. इसके साथ ही सभी प्रकार के आवश्यक मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. शैक्षणिक भवन का निर्माण कार्य प्रतिवर्ष एक सौ नामांकन के आधार पर नेशनल मेडिकल काउंसिल के मानक के अनुसार कराया जाएगा. जिसमें प्रशासनिक भवन, विभिन्न विभागीय भवन, लेक्चर थियेटर, केन्द्रीय पुस्तकालय, परीक्षा भवन, प्रयोगशाला इत्यादि का प्रावधान किया गया है.
इस परियोजना में चिकित्सा महाविद्यालय के साथ पांच सौ बेड के अस्पताल का निर्माण भी कराया जाना है, जिसमें विभिन्न प्रकार के बीमारियों के इलाज के लिए आधुनिक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
अस्पताल में ओपीडी, लेबर रूम, मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी एवं पैथोलॉजी जांच की सुविधा का भी प्रावधान किया गया है. अस्पताल में आधुनिक लॉण्ड्री, रसोईघर, दवा भंडार एवं वितरण कक्ष, सीएसएसडी., टीएसएसयू एवं मेडिकल गैस पाईपलाइन की व्यवस्था की जाएगी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जिले के बखरी, मंझौल एवं बलिया में बने एएनएम प्रशिक्षण संस्थान-सह-छात्रावास भवन का उद्घाटन किया. तीनों अनुमंडल में बने इस भवन का निर्माण नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी विकसित बिहार के सात निश्चय के मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में करीब 6.30 करोड़ (प्रत्येक) की लागत से किया गया है. ग्रेड-।। नर्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दो वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए इंडियन नर्सिंग काउंसिल के मापदंडों के आधार पर 60-60 नामांकन प्रतिवर्ष किया जाएगा. करीब 26 हजार वर्गफीट में भूकंपरोधी तकनीकी से नेशनल बिल्डिग कोड के मापदंडों के आधार पर फायर फाईटिंग एवं फायर अलार्म सहित निर्माण किया गया है. इस भवन का सबसे बड़ा फायदा है कि नामांकित छात्राओं को अब प्रशिक्षण एवं छात्रावास के लिए अलग-अलग भवन का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, सभी सुविधा एक जगह ही मिलेगी. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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