बेगूसराय में चायनीज राखियों का बहिष्कार कर जलाई गयी राखियां
नूर आलम
बेगूसराय में चीन और चायनीज सामानों के खिलाफ आन्दोलन कर रहे है फ्रेन्ड्स ऑफ आनंद को अब आम जनों का भी सहयोग मिलने लगा है. बुधवार को फ्रेन्ड्स ऑफ आनंद के बैनर तले मार्च निकाल कर चायनीज राखियों का बहिष्कार करते हुए उनको जलाया गया. जिसमे सैकड़ो की संख्या में युवतियों और महिलाओं ने हिस्सा लिया और इस बार रक्षाबंधन पर देशी राखियाँ इस्तेमाल किये जाने की सभी से अपील की.
फ्रेन्ड्स ऑफ आनंद के बैनर तले युवतियों व महिलाओं ने आक्रोश मार्च निकालकर वीर कुंवर सिंह चौक पर चायनीज राखियों के विरोध में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया. इसके बाद चायनीज राखियों की होली जलाकर चीन का विरोध किया गया. अध्यक्षता रंजना कुमारी ने की. मौके पर रूपम कुमारी व पूजा कुमारी ने कहा कि चीन हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और भारत की तरक्की चीन को फूटी आंख नहीं सुहाती. डोकलाम विवाद में चीन भारत से व्यर्थ ही उलझना चाहता है. रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक है जिसको लेकर चीन की अरबों रूपये की राखी भारतीय बाजार मे है. जिसका हमसब विरोध करने का संकल्प लेते हैं. वहीं संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप क्षत्रिय व रमन शार्दुल ने कहा कि चीन अब भारत को 1962 का भारत समझने की भूल न करे.
मौके पर पल्लवी कुमारी, रीता कुमारी, सुगंधा, रीना, सुनीता, अनिता, बेबी, शबनम, चुन्नी देवी, ममता देवी, प्रियांशु सहित सैकड़ो की तादाद में युवतियां और महिलायें उपस्थित रहीं.
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