बेगूसराय : अनलॉक के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनेगा जन्माष्टमी पर्व
बेगूसराय में कोरोना का कहर थमने के बाद सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने सब कुछ अनलॉक कर दिया गया है. स्कूल, कॉलेज, बाजार के साथ-साथ सभी धार्मिक स्थल खुल गए हैं. ऐसे में अनलॉक होने के बाद सबसे पहला पर्व जन्माष्टमी आ रहा है. 30 अगस्त को मनाए जाने वाले जन्माष्टमी को लेकर प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है तथा बेगूसराय जिले में 30 अगस्त से तीन सितंबर तक के लिए 96 जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी तथा महिला एवं पुरुष पुलिस बल को तैनात किया गया है.
बता दें कि जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है तथा कंट्रोल रूम बनाए जाने के साथ-साथ अस्थाई पुलिस पिकेट एवं गस्ती की विशेष व्यवस्था की गई है. मेला के दौरान छेड़खानी करने वालों मनचलों, शराबियों तथा असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए डीएम एवं एसपी द्वारा विशेष दस्ता बनाया गया है. सभी एसडीओ एवं डीएसपी अपने-अपने क्षेत्र के विधि व्यवस्था का संचालन करेंगे, जबकि अपर समाहर्ता मोहम्मद बलाग उद्दीन एवं मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक निशीत प्रिया को संपूर्ण जिला के विधि व्यवस्था का प्रभार दिया गया है.
रविवार को डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि तेघड़ा, मंझौल, बखरी एवं बेगूसराय अनुमंडल में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. विभिन्न जगहों पर बड़े पैमाने पर प्रतिमा की स्थापना तथा झूला का भी आयोजन किया जाता है. रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था, इसलिए रात में मंदिरों और सार्वजनिक पूजा स्थलों पर काफी भीड़ रहती है. इसके मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर व्यापक व्यवस्था किए गए हैं. तेघड़ा में 38 जगहों पर, मंसूरचक में 11, भगवानपुर में चार, फुलवड़िया में आठ तथा बेगूसराय अनुमंडल में 14, मंझौल में 11, बखरी में नौ जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी महिला एवं पुरुष बल तथा लाठी पार्टी को तैनात किया गया है.
बता दें कि प्रतिनियुक्त किए गए कोई भी अधिकारी और कर्मचारी अपने स्थान से इधर उधर जाएंगे तो उन पर कठोर अनुशासन कार्रवाई की जाएगी. वाहन एवं पैदल गस्ती और अस्थाई पुलिस पिकेट की व्यवस्था के साथ-साथ पूर्व की घटना वाले जगहों पर असामाजिक तत्व तथा छेड़खानी करने वाले एवं शराबी की निगरानी के लिए विशेष दस्ता गठित किया गया है. कंट्रोल रूम लगातार क्रियाशील रहेगा, वीडियोग्राफी, अग्निशामक, चिकित्सा व्यवस्था, एंबुलेंस, मध्य निषेध, बिजली, अस्थाई चापाकल, शौचालय एवं साफ सफाई को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं. वहीं तेघड़ा में उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर बरौनी डेयरी को चार एवं नगर पंचायत को दो पानी टैंकर उपलब्ध कराने को कहा गया है। सभी पंडाल में सीसीटीवी कैमरा, छोटा अग्निशामक एवं 20-20 स्वयंसेवक तैनात रहेंगे. तेघड़ा के अलावे गढ़हरा, वीरपुर, सिंघौल, मंझौल, चेरिया बरियारपुर, खोदावंदपुर, बखरी, गढ़पुरा, नावकोठी एवं मुफस्सिल थाना इलाके में भी पूजा के मद्देनजर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया है. भीड़-भाड़ एवं असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के साथ-साथ संबंधित स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन एवं मास्क समेत कोरोना प्रोटोकॉल के सभी निर्देशों का भी पालन कराए जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि बेगूसराय जिले के तेघड़ा में देश का दूसरा सबसे बड़ा और बिहार का सबसे बड़ा जन्माष्टमी मेला लगता है. करीब एक सौ साल से लग रहे इस मेला में बिहार के पड़ोसी राज्य और विदेशोंं से भी लोग शामिल होने आते हैं. 2020 में कोरोना का कहर रहने के कारण मेला नहींं लगा. इस वर्ष भी दो दिन पूर्व अनलॉक किए जाने के कारण मेला की विशेष तैयारी नहींं हो सकी तथा सादगी से पूजा अर्चना की व्यवस्था की गई थी. लेकिन सरकार द्वारा आदेश देने के बाद मेला की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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