नवादा : हजरत दिलगीर शाह वारसी के 20वां सालाना उर्स में जलसा का आयोजन
नवादा में हजरत दिलगीर शाह वारसी का 20 वां सालाना उर्स अकीदत के माहौल में शुरू हुआ. इस दौरान आयोजित जलसा ए सीरत में पैगंबर ए इस्लाम की जिंदगी को नमूना बताकर जिंदगी गुजारने का लोगों को सबक दिया गया. अकीदतमंदों ने मजार पर फूलमालाएं चढ़ाकर देश मे अमन और चैन की दुआ मांगी.
शहर के पार नवादा स्तिथ रसूल नगर भदौनी शरीफ में हजरत दिलगीर शाह वारसी के उर्स का आगाज जलसा ए सीरत से हुआ. इसमें खादिम मुन्नी वारसी ने कहा कि अल्लाह ने पैगंबरे इस्लाम को दुनिया के लिए रहमत बनाकर भेजा है. इसलिए लोग उनकी जिंदगी को अपने लिए नमूना बनाएं और उनके दिए गए इंसानियत के पैगाम पर अमल करें. उन्होंने कहा कि इल्म हासिल करना मुसलमानों को फर्ज करार दिया गया है. जब इल्म होगा तो इंसानियत का जज्बा पैदा होगा और बुराइयां दूर रहेंगी. खादिम मुन्नी वारसी ने कहा कि सूफियों ने पैगंबरे इस्लाम की तालीम पर अमल किया और सबको गले लगाया. यही वजह है कि उनके मजारों पर बिना भेदभाव के लोग हाजिरी देने को आते हैं.
इस अवसर पर वारसी अजमल कादरी साहब, वारसी आतिफ हुसैन, वारसी राजा, युवा नेता चांद खान वारसी आदि मौजूद रहें. (सन्नी भगत की रिपोर्ट)
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