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मोतिहारी : चारों दुल्हा में बड़का कमाल सखिया… गाकर केसरिया महोत्सव में मैथिली ठाकुर ने लोगों को खूब झूमाया

मोतिहारी ।। भारतीय मनोरंजन चैनल कलर्स पर आने वाले रियलिटी शो राइजिंग स्टार से अपनी गायिकी की सफर शुरू करने वाली बिहार और मिथिला की युवा गायिका मैथिली ठाकुर जब बुधवार की शाम केसरिया महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर पहुंची तो पंडाल में मौजूद हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.

मैथिली ठाकुर ने अपने गायन की शुरुआत छाप तिलक सब छीनी रे मो से नैना मिलाइके ….. गाकर माहौल को संगीतमय बना दिया. वहीं मैथिली ने जब दमादम मस्त कलंदर…. गाया तो मौजूद भीड़ झूमने लगी. मिथिला की पारंपरिक गीत आजू मिथिला नगरिया नेहाल सखिया, चारों दूल्हा ने बड़का कमाल सखिया…गाकर मैथिली ठाकुर ने मिथिला की संस्कृति से केसरियावासियों को रुबरू कराया. अल्ताफ रजा के गीत तुम तो ठहरे परदेशी साथ क्या निभाओगे….. गाकर मैथिली ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया. दर्शकों की मांग पर पारंपरिक केरवा के पात पर उगेलन सुरुजदेव…गाकर बिहार के महापर्व छठ व्रत की याद को ताजा कर दिया।श्री राम जानकी बैठे है मेरे सीने में…. गाकर मैथिली ने केसरिया महोत्सव के पंडाल में भक्ति की गंगा बहा दी. तुम्हारी अदाओं को हम जानते हैं.. गाकर लोगों को भी अपने साथ गाने पर विवश कर दिया. न छेड़ो हमें हम सताए हुए हैं… गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राम जी से पूछे जनकपुर के नारी बताव बबुआ लोगवा देत काहे गारी….गाकर मैथिली ने पारंपरिक गीतों की याद दिला दी. तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी,मोहब्बत की राहों में आकर तो देखो…पर श्रोता देर रात तक झुमते रहे.

रेलिया बैरन पिया को लिए जाय रे ……गाकर डॉ नीतू कुमारी नूतन ने बांधा समा

केसरिया महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में रेड क्रॉस की ब्रांड एंबेसडर बिहार की बहुचर्चित लोक गायिका डॉक्टर नीतू कुमारी नूतन ने अपनी गायकी से समा बांध दिया. डॉक्टर नूतन ने केसरनाथ महादेव को नमन करते हुए अपनी प्रस्तुति की शुरुआत गणेश वन्दना से की. उनकी प्रस्तुति निक लागे हो, बड़ा निक लागे, सिया राम जी के जोड़ी बड़ा निक लागे हो….. गाकर दर्शकों को भक्ति रस का एहसास कराया. रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे… गाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. उनकी प्रस्तुति विदेशिया भी सराहनीय रही. बिहारी ठाकुर की रचना पियवा गइले कलकतवा रे सजनी..पर खूब तालियां बजी. नीतू द्वारा प्रस्तुत ठुमरी पापी जिया नही माने हो राम….. की प्रस्तुति भी शानदार रही. मेरे दर्दे दिल की दवा क्या करोगे, बड़े बेवफा…नामक गजल पर पंडाल में बैठे दर्शक ग़ज़ल की दुनिया में खो गये. अब गवारा नहीं दिल की तन्हाइयां..गजल पर खूब तालियां बजी. डॉ नूतन ने एक से बढ़कर एक गीत, ग़ज़ल, कजरी एवं ठुमरी के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया.

केसरिया महोत्सव के दूसरे दिन की सांस्कृतिक संध्या में आगत अतिथि कलाकारों का स्वागत जिला प्रशासन की ओर से चकिया के अनुमंडल पदाधिकारी शंभू शरण पांडेय ने पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंट करके किया. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).

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