रामगढ़ : अटल जी का जाना एक युग का अंत, सदियों में जन्म लेते हैं ऐसे महापुरुष
खालिद अनवर
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर देश में फैलते ही पुरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी. झारखण्ड के रामगढ़ जिले में भी इस शोक की घड़ी पर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जिले के वरिष्ठ बीजेपी नेता रविंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अटल जी का जाना एक युग का अंत है.
इसके अलावे एके मिश्रा फाउंडेशन एवं चाणक्य आईएएस एकेडमी के संस्थापक चेयरमैन सक्सेस गुरु एके मिश्रा ने कहा कि अटल जी की सोच, विचार उनकी रचनाएं, राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण, उनकी बुद्धिमता हमेशा हम सबों का प्रेरणा और मार्गदर्शन करती रहेंगी. उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़े विचारक, कवि, देशभक्त और राष्ट्रवाद की सर्वोच्च शिक्षा देने वाले वीर पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी आज हमारे बीच नहीं रहे.
देश में प्रेरणा के स्रोत रहे भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी राष्ट्रवाद की भावना को जागृत करने का काम किया है. उनकी राष्ट्रवाद की भावना को मैं हमेशा नमन करता हूं. उन्होंने कहा कि सदियों में ऐसे वीर पुरुष हमारे बीच आते हैं. मेरे प्रेरणा के स्रोत अटल जी रहे हैं. अपने जिंदगी में उनकी राष्ट्रवाद की भावना को अनुसरण करने की कोशिश करूंगा. भारतीय राजनीति को छः दशकों तक सींचने वाले भारत रत्न शिखर पुरुष को हम सब वंदन करते हैं. यह एक युग का अंत है. देश ने एक अनमोल रत्न खो दिया है. अटल जी देश में प्रधानमंत्री के तौर पर एक कुशल नेतृत्व प्रदान किया. जब विपक्ष में रहे तो राजनीति के आदर्शों का पालन किया. भारतीय राजनीति का अध्याय उनके द्वारा किये कार्यों को हमेशा याद रखेगा.
अटल जी की छवि एक लोकप्रिय, सर्वस्वीकार्य राष्ट्रीय नेता के रूप में प्रारंभ से अंत तक रही. हमेशा उन्होंने सत्ता को सेवा का क्षेत्र माना राष्ट्रहितों के समक्ष कभी समझौता नहीं किया. पूरे जीवनकाल तक बेदाग राजनेता की छाप छोड़ी. देश की जनता ने उन्हें सिर्फ एक पार्टीके नेता के तौर पर कभी नहीं देखा. देश ने उन्हें राजनीतिक विचारधारा से परे जाकर उन्हें प्यार दिया. उन्होंने संगठन को स्थापित करना सिखाया. हम सब उन्हें नमन करते हैं.
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में एके मिश्रा फाउंडेशन के हजारीबाग, रामगढ़ प्रभारी अनिल मिश्रा, रीमा मिश्रा, सुमन कुमार, श्याम नंदन, प्रियंवदा, रागिनी, पूनम सिन्हा, महेंद्र राम बिहारी, रंजीत कुमार, अरुण कुमार, अजय सिंह, मनीष उपाध्याय शामिल थे.
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