पाकुड़ : रद्दीपुर व पाकुड़िया थाना क्षेत्र के पत्थर खदानों में अवैध विस्फोटक से होती है ब्लास्टिंग
मक़सूद आलम
पकिड़ जिले के रद्दीपुर ओपी एवं पाकुड़िया थाना के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में खदान व क्रशर संचालकों द्वारा सीटीओ लाइसेंस का दुरुपयोग करने, राजस्व की चोरी करने, बिना ब्लास्टिंग लाइसेंस के ही खदान में विस्फोट करने आदि करने का मामला प्रकाश में आया है.
सूत्रों की माने तो महेशपुर अंचल के रद्दीपुर ओपी के सुंदरपहाड़ी, बागमोड़ा, चांदपुर, खगड़ा, पाकुड़िया के खकसा आदि इलाकों में अवैध पत्थर का उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है. जिसके पास न तो विस्फोटक लाइसेंस है और न ही सीटीओ लाइसेंस के आधार पर चिप्स सप्लाई की जाती है.
रद्दीपुर इलाकों के महेंद्र मरांडी, तलामय किस्कू,मरांग बीटी, अजहरुल सेख ने बताया कि क्षेत्र में चल रहे सभी पत्थर खदानों व क्रशरों में खदान व क्रशर संचालकों द्वारा सीटीओ लाइसेंस का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है. क्रशर संचालकों को 200, 300, 400 और एक हजार सीएफटी प्रतिदिन उत्पादन का ही सीटीओ द्वारा अनुमति प्रदान किया गया है. जबकि उक्त खदान संचालकों द्वारा नियम कानून को ताख पर रखते हुए 10 गुना ज्यादा यानी 200 वाले 2000, 300 वाले 3000, 400 वाले 4000, 1000 वाले 10 हजार सीएफटी प्रतिदिन उत्पादन कर उसे खुले बाजार में बिना माइनिंग चालान के बेच रहे हैं.
सीटीओ के पचड़े में न फंसे इस प्रकार उक्त खदान मालिकों द्वारा प्रतिदिन लाखों रुपए राजस्व की चोरी की जा रही है. जिससे राज्य को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में कार्यरत अधिकांश खदान संचालकों के पास विस्फोटक लाइसेंस नहीं रहने और बिना विस्फोटक लाइसेंस के खदानों में ब्लास्ट करने की भी बात कही है. अवैध पत्थर खदान संचालकों के ऊपर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार रद्दीपुर ओपी थाना क्षेत्र एवं पाकुड़िया थाना क्षेत्र में मात्र आधा दर्जन खदान मालिकों के पास ही विस्फोटक लाइसेंस है, जबकि दो दर्जन से अधिक पत्थर खदान मालिकों के पास विस्फोटक लाइसेंस नही है.
उक्त पत्थर खदान मालिक स्थानीय अधिकारियों के साठ-गांठ से वृहत पैमाने पर पत्थर खदान में विस्फोट कराया जाता है और पत्थर को क्रशर में भेज दिया जाता है. इसके बाद पत्थर का काला कारोबार पत्थर माफिया धड़ल्ले से बिना माइनिंग चालान व नियम कानून को ताख पर रखते हुए चलता है.
हाल के दिनों में लगातार विस्फोटक पकड़ाए गए हैं. आश्चर्य की बात है कि लगातार विस्फोटक पकड़ा जाता है जिससे स्पष्ट होता है कि पाकुड़िया थाना क्षेत्र में अवैध विस्फोटक का कारोबार फलफूल रहा है. अब सवाल उठता है स्थानीय पुलिस प्रशासन क्या कर रही है ? इस तरह के पत्थर खदान में अवैध ढंग से विस्फोटक किया जाना कहीं न कही पुलिसिया कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है.
उल्लेखनीय है कि पाकुड़िया एवं रद्दीपुर क्षेत्र बंगाल के सीमा से सटे हैं. पत्थर माफिया चिप्स व पत्थर लोड कर चंद मिनटों में बंगाल चले जाते हैं. ऐसे में अधिकारियों के पहुंचते पहुंचते खेल तमाम कर दिया जाता है. सूत्रों की माने तो दो तथाकथित पत्थर माफ़ियायों के इशारे पर रुपये उगाही का कारोबार किया जाता है.
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