Abhi Bharat

हजारीबाग : भुइयां समाज संघर्ष समिति का वार्षिक झकझुमर सह मिलन समारोह आयोजित

खालिद अनवर

भुईया संघर्ष समाज समिति का वार्षिक झकझूमर सह मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन न्यू स्टेडियम हजारीबाग में किया गया. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि चाणक्य आईएएस एकेडमी एवं एके मिश्रा फ़ाउंडेशन के संस्थापक चेयरमैन सक्सेस गुरु एके मिश्रा शामिल हुए. इस दौरान भुईंया समाज समिति ने सक्सेस गुरु का स्वागत ढ़ोल और माँदर बजाकर बड़े ही अनोखे अंदाज में किया.

झकझूमर कार्यक्रम में सक्सेस गुरु ने भी ढ़ोल और माँदर बजाकर उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. कार्यक्रम में हजारीबाग के कई प्रखंडों व पंचायत से भुईंया समाज के प्रभुत्व लोग, युवा, महिलाएं व बच्चे झकझूमर खेलने पहुंचे थे. झकझूमर कार्यक्रम में सक्सेस गुरु एके मिश्रा ने झूमर खेलने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया. सक्सेस गुरु ने कहा कि मुझे बचपन से ही भुईंया समाज से लगाव रहा है. बचपन में भुईंया समाज के लोग मेरे दादा जी के साथ झूमर खेला करते थे तो मैं भी शामिल हो जाता था . मुझे बड़ा आनंद आता था. बचपन से ही भुईंया समाज से आत्मीय लगाव रहा है. आज इस समारोह में आकार मेरी बचपन कि यादें ताजा हो गयी. खुशी है कि समाज के लोगों ने इस कार्यक्रम का हिस्सा मुझे बनाया. सक्सेस गुरु ने भुईया समाज के संघर्ष कि बात करते हुए कहा कि आजादी के 72 साल बाद भी बुनियादी सुविधा से भुईंया समाज वंचित है.

भुईंया समाज ने खुद को एसटी में शामिल करने की मांग रखी है. सरकार को इनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए. सामाजिक, आर्थिक रूप से यह समाज पिछड़ा है. इसे आगे करने की पहल करनी होगी. आज भी भुईंया समाज के लोग क् बुनियादी जरूरत के लिए संघर्ष कर रहे हैं. समाज के सभी वर्गों को समानता एवं बराबरी देकर समाज को सामाजिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए जो कुछ करना होगा निजी तौर पर प्रयास करूंगा, यह एक लंबा संघर्ष है. हम सबको मिलकर संघर्ष करना होगा. इस परिस्थिति को बदलने के लिए सबसे पहले हम सबको एकत्रित होकर जागरूक होना होगा. साथ ही समाज में भी जागरूकता अभियान चलाना होगा . कहा कि शैक्षणिक, आर्थिक और समाजिक आंदोलन की जरुरत अब आ गयी है, जब तक सामूहिक प्रयास नहीं होगा तब तक हम इस क्षेत्र का विकास नहीं कर पाएंगे.

उन्होंने कहा कि हर समाज की अपनी मौलिकता है. सबकी अपनी संस्कृति और पहचान है उसे कायम रखने की जरूरत है. सांस्कृतिक विविधता से समाज में हर वर्ग को जानने समझने का मौका मिलता है. कहा कि हर समाज को आगे बढ़ाने के लिए एक जमीनी स्तर का सामजिक प्रयास करना होगा. तस्वीर बदलने के लिए सबको आज से ही लग जाना होगा. उन्होंने कहा कि एके मिश्रा फाउंडेशन के तहत सामाजिक उत्थान के जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं उसका लाभ भुईंया समाज को अनिवार्य रूप से दिया जा रहा है. आगे भी हम इस पहल को जारी रखेंगे. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रंजीत कुमार, महेंद्र राम बिहारी व अर्जुन राम समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.

You might also like

Comments are closed.