Abhi Bharat

दुमका : सात दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर के अंतिम दिन लोगों की उमड़ी भीड़

लोगो को हक़ और अधिकार दिलाने के साथ लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता दिलाने के उद्देश्य से जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा दुमका जिले के विभिन्न पंचायतों में विशेष  शिविर का आयोजन किया गया है. इस शिविर का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाकर उन्हें जागरूक करना  है.

बता दें कि नालसा के आदेश और झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार दुमका के तत्वाधान में जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में विशेष जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को जागरूक कर रही है. यह सात दिवसीय शिविर प्रखंड के राजबांध, गंधरकपुर, सरसडंगाल, खाडूकदमा, बरमसिया, शिकारीपाड़ा और देवभूमि मलूटी के पंचायत सचिवालय  में  विशेष विधिक जागरूकता शिविर लगाया गया. आयोजित इस शिविर में डीएलएसए के सचिव निशात कुमार के अलावे बीडीओ, सीओ शिकारीपाड़ा के पारालीगल वोलेंटियर पंचायत सचिव और रोजगार सेवक, जलसहिया, स्वास्थ्य विभाग मौजूद थे. शिविर में मज़दूरों का निबंधन, वृद्धावस्था ओर राज्य विधवा सम्मान योजना  सामाजिक सुरक्षा पेंशन से जुड़े लोगो का करीब 700 पेंशन फॉर्म भराया गया. स्वास्थ्य विभाग द्वारा  लोगों का स्वास्थ्य जांच शिविर में कराया गया. वहीं डीएलसे के  सचिव निशांत कुमार ने  लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा मिलने वाली मुफ्त कानूनी सेवा के सम्बंध में जानकारी देते हुए इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने पर जोर दिया. उन्होंने मज़दूरों के हित के लिए मज़दूरों को निबंधन कराने पर जोर डाला. साथ ही लोगों को दुर्घटना बीमा, बाल श्रम कानून को विस्तृत पूर्वक बताया और लोगो को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को अधिक से अधिक लाभ लेने को प्रोत्साहित किया. जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा मिलने वाली मुफ्त कानूनी सहायता की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित सरकारी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा उठाने को लोगो को कहा. उन्होने कहा शिविर का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचना है.

 

इधर चल रहे सात दिवसीय कैम्प के अंतिमदिन लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगो ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा चलाये जा रहे इस अभियान की सरहाना करते हुये इसे एक बेहतर कदम बताया. लोगों ने कहा कि प्राधिकार के ऐसे पहल से ग्रामीण जागरूक होकर इसका सीधा लाभ मिलेगा.

You might also like

Comments are closed.