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चाईबासा : पुलिस की सक्रियता से जेल ब्रेक कर नक्सलियों को छुड़ाने की साजिश विफल

संतोष वर्मा

चाईबासा में एक ओर जहां दुर्गा पुजा को शांति पूर्ण रूप से मनाने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रबंधन तैयारी कर रही थी. वहीं नक्सलियों ने चाईबासा मंडलकारा में जेल के कुछ सुरक्षा कर्मियों के साथ मिलकर जेल ब्रेक करने की घटना का अंजाम देने के जुगत में जुटे हुए थे. लेकिन चाईबासा पुलिस की सक्रियता ने नक्सलियों के मनसुबे पर पानी फेर दिया और चाईबासा को कलंकित होने से बचा लिया. हालांकि इस योजना सार्थक बनाने और जेल में बंद नक्सलियों की जेल से भगाने में मददगार करने वाले भाजपा नेता सह मजदुर संघर्ष मोर्चा के नेता रामा शंकर पाण्डेय उर्फ रामा पाण्डे बाहर रह कर घटना का अंजाम देने का मुख्य भूमिका निभा रहे थे. रामा पाण्डेय ने नक्सली संदीप दा को जेल से बाहर निकालने के लिए दस लाख में तय किया था. इस कार्य के लिए रामा पाण्डेय ने जेल के तीन सुरक्षा कर्मी जो आर्मी से रिटार्ड हो चुके है उन्हें अग्रिम राशी के रूप में चार लाख रूपये का भुगतान किया जा चुका था. रूपये लेने के बाद से नक्सलि संदीप दा सहित सात अन्य नक्सलियों को निकालने को लेकर अंदर ही अंदर तैयारी चल रही थी और योजना के अनुसार दुर्गा पूजा में जेल ब्रेक करने तिथि तय हुई थी. लेकिन चाईबासा पुलास कप्पान जी क्रांती कुमार को इस बात की भनक पंद्रह दीन पूर्व ही लग चूकी थी. सुचना पाते ही एएसपी मनीष रमन व चाईबासा सदर एसडीपीओ अमर कुमार पाण्डे तथा कई पदाधिकारियों के नेतृत्व में एक जांच दल का गठन कर मामले की तफ्तीश में लगा दिया गया था. वहीं जांच दल भी मामले की तह टक पहूंचने के लिए अनुशंधान करते हुए सुराग तक पहुंच गई और योजना तैयार करने वाले मूख्य सुत्रधार तक पहुंची और गुवा निवासी रामा शंकर पाण्डेय को धर दबोचा. तब मामले की खुलासा हुआ और रामा पाण्डेय ने कहानी की जानकारी पुरी दी.

चाईबासा पुलिस कप्तान जी क्रांती कुमार ने संवाददाता सम्मेलन कर बताया कि गुप्त सुचना के मिली थी की कुख्यायत नक्सली भाकपा माओवादी के सदस्य मोतीलाल सोरेन उर्फ संदीप दा अपने अन्य उग्रवादियों व अपराधी सदस्यों जयमसीह चरद, रामेश्वर कुंकल, मार्कण्डेय सिंह कुंतिया, देव कुमार बिरूली, नाला भिक्षापति, राजेश टुडू उर्फ राजेश संथाली के साथ जेल ब्रेक के उपरांत जेल से भागने की योजना बनाये हुए है. इस षड़यंत्र में जेल में कार्यरत कुछ सहकर्मी भी शामिल है. उन्हें मोटी रकम देने की पेशकस की गई है.वे लोग भागने के लिए रस्सी के सहारे दिवार तोड़ सकते है. न्यायालय आने जाने के रास्ते में या कोर्ट कैंपस में गोलीबारी या बमबारी करा सकते है. उनके कुछ सहयोगी जेल के आन्तरिक एवं वाहर परिसर,कोर्ट एवं जेल आने जाने वाले रास्ते की रेकी भी करा सकते है. संदीप झारखण्ड सरकार द्वारा 25 लाख रूपये का घोषित इनामी उग्रवादी है जिसकी गिरफ्तारी से उग्रवादी संगठन को काफी क्षति पहूंची है. इसलिए उसे छुडाने के लिए उग्रवादी संगठन एवं सहयोगी किसी भी हद तक जा सकती है. इस सबंध में पुलिस अधीक्षक चाईबासा के निर्देशानुसार अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मनीष रमन व चाईबासा एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर चाईबासा के नेतृत्व में टीम गठित कर प्राप्त आसुचना की जांच पड़ताल एवं सत्यापन प्रारंभ किया गया. जांच के क्रम में यह बात प्रकाश में आया की वर्ष 2011 में 17 जनवरी को मंडल कारा चाईबासा में जेल ब्रेक की घटना घटी थी.जिसमें मंडल कारा चाईबासा के सेल में बंद भाकपा माओवादी के कुख्यात उग्रवादी मोतीलाल सोरेन उर्फ संदीप दा, धीरन दा उर्फ गिरीश दा उर्फ नारायण महतो एवं रघुनाथ हेंब्रम उर्फ बीरसेन उर्फ निर्भय जी जेल के सेल की खिड़की का रड़ काटकर अनाज गोदाम होते हुए भाग गये थे. जिस सबंध में सदर थाना कांड सं 6/11 तिथि 7/1/11 धारा 222/224/120 बी/201 भादवी एवं 17 सीएलए एक्ट दर्ज किया गया था.संदीप सोरेन इस कांड़ में फरार थे तथा धीरेन दा उड़ीसा जेल में बंद है. संदीप सोरेन को 2/11/17 को जेटेया थाना क्षेत्र से हथियार के साथ रंगेहाथ पकड़ा गया था. इस संबध में में जेटेया थाना कांड सं 12/17 के तहत 2/11/17 को धारा 121ए/122 भादवि 25 (1ए)/26(02)आर्म एक्ट 17 सीएलए एक्ट एवं 10/13 यूएपी एक्ट दर्ज किया गया है.सत्यापन के क्रम में यह बात की जानकारी हुई कि वर्ष 2014 में भी मंडल कारा चाईबासा में 09/12/14 को जेल ब्रेक की घटना घटी थी जिसमें पुलिस स्कोट पार्टी कोर्ट परिसर से कैदी वाहन को लेकर संध्या सावा चार बजे मंडल कारा चाईबासा पहूंची थी. कैदी वाहन से उतरकर जेल में प्रवेश कर रहे थे उसी समय भगदड़ मच गई तथा उग्रवादी कैदी सुरक्षाकर्मियों के आंख में मिर्चा पाउडर झोंक दिये तथा रायफल लुटने लगे तो इसी क्रम में आत्मरक्षार्थ पुलिस द्वारा गोली चलाई गई थी. जिसमें दो कैदी मारे गये थे.भागे कैदियों में चोकरो चाकी, विमल गुड़िया, गुड़ा नाग जैसे उग्रवादी पुनः पकड़कर वापस जेल आ गये जो अभी भी न्यायिक हिरासत में है. जांच में यह भी बात सामने आई की पुनः यह ज्ञात हुआ की जेल में बंद कुख्यात उग्रवादी संदीप सोरेन उर्फ मोतिलाल सोरेन अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर लागातार बैठक कर रहें हैं एवं जेल से भागने की योजना बना रहें है तथा पूर्व की भांति इस बार भी जेल सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी इनका साथ दे रहे है. उन्हें भगाने के लिए पैसे का लेन देन भी हो चुका है. सुरक्षाकर्मी विजय खलको, चामु मुण्डा एवं जुएल होरो तीनो सेवा निवृत सैनिक मंडल कारा चाईबासा में सुरक्षा प्रहरी के रूप में प्रतिनियुक्त है. ये तीनों ही संदीप सोरेन से मिले हुए है.जेल के वरिय पदाधिकारियों द्वारा दिये गये सख्त हिदायत के बाद भी इनके आचरण में कोई बदलाव नहीं आया था. मोतिलाल सोरेन उर्फ संदीप दा एवं उनके सहयोगीयों से संपर्क कर जेल ब्रेक में सहयोग करने में लागातार तत्पर रहे. रामा पाण्डेय उर्फ रामा शंकर पाण्डेय जो गुवा थाना क्षेत्र के रहने वाले है संदीप दा के फाईन्सर है. उनके द्वारा बिजय खालको को जेल ब्रेक कराने के लिए चार लाख रूपया दिया जा चुका है. विजय खालखो पूर्व के दोनो जेल ब्रेक के समय भी इसी जेल में पदस्थापित थे. जेल में बंद उग्रवादियों से मिलकर ये सभी तीनों सुरक्षाकर्मी एवं रामाशंकर पाण्डेय जेल ब्रेक की योजना बना चुके है.चोकरो चाकी एवं गुड़ा नाग भी जेल ब्रेक के इस साजिस में अहम भूमिका निभा रहें है. चोकरो चाकी को संदीप सोरेन का दाहीना हाथ एवं महत्वपूर्ण सहयोगी माना जाता है.

मिली सुचना के अनुसार यह बात सिद्व हो गया की मोतिलाल सोरेन उर्फ संदीप दा एवं उसके उपरोक्त उल्लेखित सहयोगी दुर्गा पूजा 2018 या जाड़े के मौसम में किसी भी समय जब कुहासा रहेगा तो जेल ब्रेक कर पलायन कर सकते है. इस सबंध में सदर थाना कांड सं 101/18 तिथि 7/10/18 को धारा 222/224/120बी,/116/119 भादवि एवं 17 सीएलए एक्ट दर्ज कर अग्रतर अनुसंधान किया जा रहा है.

इनकी हुई गिरफ्तारी
1.विजय खालको पिता जोसेफ खालको साकिन हातुदामी थाना खुंटी
2. चामु मुण्डा पिता तुरकु मुण्डा साकिन तुनगांव बरटोली थाना कर्रा जिला खुंटी
3. जुएल होरो पिता स्व पोलुस होरो साकिन कोटलो तिलमी थाना कर्रा जिला खुंटी
4.रामाशंकर पाण्डेय उर्फ रामा पाण्डेय पिता राजगिरी पाण्डेय साकिन सागरांव पो मनरांव थाना राजपुर जिला बक्सर जो वर्तमान में रामनगर गुवा थाना पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा का रहने वाला है.

मामले का उदभेदन करने में पुलिस पदाधिकारी
एएसपी अभियान मनिष रमण, सदर एसडीपीओ अमर कुमार पाण्डेय, सदर थाना प्रभारी शुनिल कुमार तिवारी, पुनि अनील एक्का, मुफ्सिल थाना प्रभारी दिग्विजय सिंह, एस एन लाल झीकपानी थाना प्रभारी, सअनि सदर थाना सर्वदेव राय एवं अन्य पुलिस बल शामिल रहें.

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