चाईबासा : जिला योजना और 20 सूत्री की बैठक में मंत्री ने दिया करोड़ो का घोटाला करने वाले पूर्व भूमी संरक्षण पदाधिकारी पर एफआईआर दर्ज करने निर्देश
संतोष वर्मा
पश्चिम सिंहभूम जिला चाईबासा के विकास के लिए बुधवार को राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने जिला योजना समिति और जिला बीस सूत्री क्रियान्वयन समिति की बैठक की. लगभग पांच घंटे से अधिक चले इस मैराथन बैठक में जिले के सभी योजनाओं पर विस्तार से बिन्दुवार समीक्षा की गयी.
कई लंबित योजनाओं और धीमी गति से चल रही योजनाओं और मंत्री ने कई अधिकारी व अभियंताओं की जमकर क्लास ली. कई अधिकारीयों और अभियंताओं का वेतन रोकने का निर्देश उपायुक्त अरवा राजकमल को दिया गया. वहीँ कई योजनाओं में दोनों समितियों के सदस्यों द्वारा अनियमितता बरते जाने की शिकायत किये जाने पर मंत्री ने दोषी अधिकारी और अभियंताओं पर अविलम्ब एफआईआर दर्ज करने का भी निर्देश उपायुक्त को दिया.
जिला योजना समिति और 20 सूत्री समिति के सदस्यों ने एक स्वर में चाईबासा के पूर्व भूमि संरक्षण पदाधिकारी अमरेश झा के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. वहीं जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक गीता कोड़ा ने अमरेश झा के कार्यकाल के दौरान किये गए भ्रष्टाचार के कच्चा चिटठा को खोलकर रख दिया. उन्होंने बताया की जिले में चेक डैम, तालाब, सौर ऊर्जा चालित डीप बोरिंग सहित कई योजनों में अमरेश झा ने 13 करोड़ 44 लाख रुपये राशी का गबन किया है. साथ ही यभी कहा गया की सौ से अधिक तालाब का निर्माण के नाम पर करोड़ो की निकासी की गई है. इस पर मंत्री ने सिधे एफआईआर दर्ड करने का आदेश जारी किया है.इधर पीडब्लुडी के द्वारा बनाया गया मनोहरपुर से जराईकेला सड़क निमार्ण, सिंहपोखरिया से जैंतगढ़ सड़क, मझगांव खैरपाल जैतगढ़ पथ चौडीकरण आदी का भी मांग किया गया. वहीसड़क निर्माण के लिए पिडब्लुडी विभाग द्वारा जिन रैयतों से भूमी ली थी उन रैयतदारों को अब तक मुआवजा राशि नहीं मिला है. इस पर मंत्री द्वारा निर्देश जारी किया गया मामले की जांच कर नये निर्धारित मुआबजा राशी लाभुकों को भूगतान करायें.बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री नीलकंठ सिंह ने कहा की आदिवासी बहुल जिला पश्चिम सिंहभूम को एक विकसित जिला बनाने की योजना सरकार की है. इसके लिए सुदूरवर्ती जंगलों में रहने वाले आदिवासियों तक केंद्र और राज्य की सभी योजनाओं को पहुँचाने के लिए जिले के सभी अधिकारीयों को टास्क दिया गया है और जिम्मेवारी भी तय कर दी गयी है.
जिले के विकास में महत्वपूर्ण माने जनि वाली दोनों समितियों की इस बैठक में झामुमो के चारों विधायक नदारद रहे. जबकि जिले में पांच में से चार विधायक झामुमो के हैं. केवल गीता कोड़ा ही बैठक में शामिल हुई, और अपने क्षेत्र की विकास के लिए कई योजनाओं को अंकित कराई. इस बैठक में झामुमो की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बना रहा.
योजना समिति की बैठक उठे कई सवाल
चाईबासा जिला योजना समिति की बैठक मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा की अध्यक्षता में समाहरणालय में की गई।बैठक में सड़क निर्माण, स्वास्थ्य, पेयजल एवं स्वच्छता सहित विभिन्न विभागों के विगत फ़रवरी माह के अजेंडो का अनुपालन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई. सम्बंधित विभागों के पदाधिकारियो को आज दिए गए निर्देश का अनुपालन अगले बैठक के पूर्व कर लेने का निर्देश दिया गया. खुंटपानी प्रखंड के प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदधिकारी को 17 सितम्बर को चिकित्सको की नदारत होने की शिकायत पर वेतन बंद करते हुए स्पस्टीकरण पूछने का निर्देश दिया. बड़ा जामदा में दवा नही रहने की शिकायत पर सिविल सर्जन को जाँच करने का आदेश दिया. मंत्री ने सांप काटने की दवा सभी जगह उपलब्ध रखने का निर्देश दिया. समेकित जनजाति विकास अभिकरण के द्वारा बेरोजगार युवको को दी गई राशि का सदुपयोग रोजगार सृजन में किया या नही जांची जाय।शिक्षा विभाग के विद्यालय विलय पर मंत्री ने कहा की दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्र को ध्यान में रखकर विलय प्रस्ताव पर विचार किया जाय. विद्युत विभाग के द्वारा की जा रही कार्यो की समीक्षा कर आवश्यक करने का निर्देश. मंत्री ने कहा की जो समस्याएं राखी गई तथा प्रोसेडिंग में आ गई है उसका निष्पादन अगले बैठक तक हो जाय. मामला दुबारा न आय।जिला अभियंता के अनुपस्थित रहने के कारण वेतन बंद कर स्पस्टीकरण 24 घंटे में मांगी जाय. प्रदुषण की समस्या पर पर्यावरण समिति का बैठक बुलाने का निर्देश दिया गया. विद्यालयो में पेयजल एवं शौचालय के लिए ग्राम सभा से पारित कर देने का निर्देश. जिले के मजदूरो को कम मजदूरी देने के शिकायत पर जांच कर कार्रवाई करने के लिए कहा. बैठक मे विधायक गीता कोड़ा, जीप अध्यक्ष लालमुनी पूर्ति, चक्रधरपुर नप अध्यक्ष के डी शाह सहित विधायक प्रतिनिधि एवं जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल सहित सभी पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे.
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