सीवान : 18 वर्षो से बंद पड़े सुता मिल को चालु कराने के लिए युवा नेता प्रिंस उपाध्याय ने शुरू की कवायद
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में बंद सुता मिल को चालु कराने के लिए एक बार फिर से मिल के कर्मचारी यूनियन ने कवायद शुरू की है. इसको लेकर शुक्रवार को मिल के कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रिंस उपाध्याय और सचिव लाल मोहम्मद ने शहर के आंदर ढाला स्थित एक लौज पर प्रेसवार्त्ता कर पत्रकारों से बातचीत की.
कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रिंस उपाध्याय ने बताया कि सीवान सुता मिल उत्तर बिहार का सबसे बड़ा सुता मिल है. लेकिन यह अत्यंत ही दुःख का विषय है कि यह पिछले 18 वर्षो से बंद पड़ा है. प्रिंस उपाध्याय ने बताया कि यूनियन के अध्यक्ष बन्ने के बाद वे इसको लेकर राज्य सरकार के उद्योग मंत्री से मिलने गये थे लेकिन मुलाक़ात नहीं हो सकी. वहीं उन्होंने कहा कि मिल के पास पर्याप्त जमीन और भवन के साथ साथ वर्कर्स हैं, जिसे चालु कराने में महज 24 से 25 करोड़ रूपये लगेंगे. लिहाजा मिल को चालु किये जाने के लिए वे होली बाद फिर से मंत्री से मिलने का प्रयास करेगें.
वहीं कर्मचारी यूनियन के सचिव लाल मोहम्मद ने कहा कि मिल के बंद होने में उसके मैनेजर और निदेशक की अहम भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि सन 1999-2000 तक मिल के सभी वर्कर्स को पेमेंट हुआ लेकिन 2000 के बाद पेमेंट बंद कर दिया गया जिस कारण मिल के कर्मचारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं वहीं मिल की सुरक्षा के प्रति सरकार और प्रशासन के सजग नहीं होने की वजह से उसमे की सभी मशीने चोरी हो चुकी हैं. लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री आये दिन समाज के लिए नये कामो की घोषणा कर रहे हैं. ऐसे में सबकी आस जगी है कि सीएम उनकी पुकार भी सुन ले और मिल को फिर से चालु कराएँ.
साथ ही प्रिंस उपाध्याय ने कहा कि आगामी 25 फरवरी को मिल कैम्पस में होली मिलन समारोह आयोजित हो रहा है. जिसमे कर्मचारियों की बैठक भी होगी और कई महत्वपूर्ण निराने लिए जायेगें. मौके पर धनन्जय पटेल, रंजीत पटेल, संतोष पटेल, प्रकाश पटेल, अजय उपाध्याय, राहुल तिवारी, अभय उपाध्याय, निरंजन कुमार व शैलेश यादव मौजूद रहें.
Comments are closed.