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सीवान : पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव ने सांसद कविता सिंह के पति अजय सिंह को बताया अपराधी, कहा- दरौंदा विस चुनाव में जदयू उम्मीदवार बनने पर नहीं करगें मदद

अभिषेक श्रीवास्तव

https://youtu.be/367NTXOfMeM

सीवान में होने वाले दरौंदा विधान सभा सीट के लिये उप चुनाव में जदयू द्वारा सीवान सांसद कविता सिंह के पति अजय सिंह को उम्मीदवार बनाये जाने की प्रबल संभावनाओं पर सीवान के पूर्व भाजपा सांसद ओमप्रकाश यादव ने गहरी आपत्ति जताई है. बुधवार को पूर्व सांसद ने मीडिया में यह बयान दिया कि अजय सिंह एक अपराधी हैं, अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें टिकट देगें तो वे जहर खाकर मरना पसन्द करेंगे लेकिन चुनाव में अजय सिंह की मदद नहीं करेगें.

बता दें कि सीवान में ऐसी जोरो से चर्चा है कि जदयू ने दरौंदा विस उप चुनाव के लिए सीवान के बाहुबली-2 के नाम से चर्चित अजय सिंह को टिकट दिया जाना तय कर दिया है. जिसकी कुछ मीडिया ने भी अपनी खबरों में पुष्टि की है. वहीं करीब ढाई दर्जन संगीन अपराधों के आरोपी और सीवान के तत्कालीन बाहुबली राजद सांसद मो शहाबुद्दीन से टशन को लेकर चर्चा में आये अजय सिंह की भी हमेशा से यह दिली ख्वाहिश रही है कि वे जनप्रतिनिधि बने.

विदित हो कि अजय सिंह ने जेल में रहते हुए अपनी माँ जगमातो देवी को रघुनाथपुर विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ाकर विधायक बनाया था. इसके बाद नीतीश कुमार की नजर में आये अजय सिंह मुख्यमंत्री के काफी करीबी हो गए. नतीजतन, 2005 के विस चुनाव में जदयू ने जगमातो देवी को रघुनाथपुर से टिकट देकर विधायक बनाया. फिर नए परिसीमन में दरौंदा के राजपूत बहुल क्षेत्र हो जाने के कारण 2010 में जगमातो देवी दरौंदा की जदयू विधायक बनी. 2011 में जगमातो देवी के निधन के बाद अजय सिंह को उनके ऊपर दर्ज मुकदमो की वजह से टिकट दे पाने में असमर्थ नीतीश कुमार ने उनकी पत्नी को टिकट देने की बात कही. जिस कारण अजय सिंह ने आनन-फानन में पितृ पक्ष में ही कविता सिंह से शादी रचाई और फिर जदयू की टिकट पर उप चुनाव लड़ कविता सिंह अपनी सासु मां की सीट पर काबिज हुई. पत्नी के विधायक बनने के बाद भी अजय सिंह की खुद की जनप्रतिनिधि बनने की चाहत खत्म नहीं हुयी. लिहाजा राजद-जदयू के गठबंधन काल मे वे जदयू समर्थित उम्मीदवार के रूप में सीवान से विधान परिषद का चुनाव लड़े. इसके लिए वे तत्कालीन महाराजगंज राजद सांसद प्रभुनाथ सिंह के साथ सीवान जेल में बंद मो शहाबुद्दीन से मिलने भी गए, लेकिन घण्टो जेल में इंतेजार करने के बावजूद मो शहाबुद्दीन ने उनसे मुलाकात नहीं की, नतीजतन राजद का पूरी तरह से समर्थन नहीं मिलने के कारण वे भाजपा समर्थित उम्मीदवार शराब कारोबारी टुन्न जी पांडेय से चुनाव हार गए. हालांकि उनकी पत्नी कविता सिंह दरौंदा सीट पर अपना कब्जा लगातार बनाये रहीं.

2019 के लोक सभा चुनाव में भाजपा-जदयू गठबंधन में सीट बंटवारे में सीवान संसदीय सीट जदयू के पाले में चली गयी. जिसके बाद अजय सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिकट के लिए दबाव बनाने लगे. एकबारगी जदयू की तरफ से अजय सिंह को टिकट दिए जाने की घोषणा भी कर दी गयी, लेकिन सीवान के सिटिंग भाजपा सांसद ओमप्रकाश यादव द्वारा अजय सिंह की आपराधिक छवि को लेकर जताई गई आपत्ति के बाद जदयू ने टिकट उन्हें न देकर उनकी विधायक पत्नी कविता सिंह को अपना उम्मीदवार बना दिया. कविता सिंह के लोस उम्मीदवार बनने के बाद राजपूत बिरादरी के एक अन्य दबंग और जनप्रतिनिधि बनने की ख्वाहिश रखने वाले पूर्व विधान परिषद प्रत्याशी और सीवान नगर परिषद के उप सभापति रह चुके भाजपा नेता कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह की ख्वाहिशें फिर से प्रबल हो उठी. लिहाजा उन्होंने लोक सभा चुनाव में तन, मन और धन तीनो से खुलकर अजय सिंह का सपोर्ट किया और कविता सिंह को सांसद बनाने में मदद की. दरौंदा विस से टिकट मिलने की गरज में कर्णजीत सिंह ने अपने आवास को लोस चुनाव के दौरान अजय सिंह के जिला मुख्यालय का प्रवास केंद्र बना डाला था. उन्हें पूरा यकीन था कि इस मदद की भरपाई अजय सिंह उन्हें एनडीए की ओर से टिकट दिलाने में मदद करेंगे, लेकिन अजय सिंह को टिकट मिलने की चर्चाओं ने कर्णजीत सिंह के मंसूबो पर पानी फेर दिया. बहरहाल, कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह भी दरौंदा की सीट पर खुद को काबिज करने के लिए इतने लालायित हो चुके हैं कि उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है.

वहीं टिकट बंटवारे के चलते अपनी सांसदी गवाने के बाद अपने बेटे चन्द्रविजय प्रकाश उर्फ हैप्पी यादव को दरौंदा विस से चुनाव लड़ाने के सपने संजोने वाले पूर्व भाजपा सांसद ओमप्रकाश यादव ने अजय सिंह को अपराधी बताते हुए इस उप चुनाव से खुद को अलग रखने का ऐलान कर दिया है. ओमप्रकाश यादव की माने तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अजय सिंह को सीवान का नया शहाबुद्दीन बनाना चाहते हैं, जिसे आने वाले समय में ओमप्रकाश यादव ही धराशायी करेंगे.

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