पटना : सीएम नीतीश कुमार ने एएन कॉलेज में अनुग्रह नारायण जयंती-सह-स्थापना दिवस समारोह का किया उद्घाटन
अभिषेक श्रीवास्तव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना के एएन कॉलेज में आयोजित अनुग्रह जयंती-सह-स्थापना दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह की प्रतिमा एवं उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि दी. वहीं मुख्यमंत्री को महाविद्यालय प्रबंधन एवं छात्र प्रतिनिधियों की ओर से पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया. मौके पर एएन कॉलेज के छात्रों ने दहेज पर आधारित लोकगीत को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया. वहीं मुख्यमंत्री सहित मौजूद अतिथियों ने ज्योति पत्रिका का विमोचन भी किया.
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय के प्राचार्य को इस समारोह में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि भले ही हम इस महाविद्यालय में नहीं पढ़े हैं लेकिन इस महाविद्यालय से हमारा पुराना संबंध रहा है. उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में हम इसी मोहल्ले में रहा करते थे और उस समय या तो बॉटनिकल गार्डन या महाविद्यालय के प्रांगण में टहला करते थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी में अनुग्रह नारायण सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल को पटना और मुजफ्फरपुर होते हुए चंपारण में महात्मा गांधी ने लोगों को अंग्रेजों के अत्याचार से मुक्ति दिलाई. चंपारण सत्याग्रह में गांधी जी के सहयोगी के रुप में अनुग्रह नारायण ने योगदान दिया था. इसके अलावा सिंचाई प्रबंधन की आधारशिला उद्योग को बढ़ावा देने के साथ ही हर क्षेत्र में बिहार को बढ़ाने की भूमिका सराहनीय रही है. जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का नामकरण किया गया है और विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हो इसके लिए राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिए जा चुका है. वहीं महिला सशक्तिकरण की दिशा में लिए गए निर्णयों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां पंचायतों एवं नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है. जिसका नतीजा हुआ है कि आधी से ज्यादा महिलाएं चुनाव जीतकर आई हैं. उन्होंने कहा कि जिवीका समूह के माध्यम से भी महिलाओं को सशक्त बनाने बनाया जा रहा है. शुरुआती दौर में बिहार के सात जिलों में 44 समूहों के जरिए महिलाओं का समूह बनाकर उनके उत्थान के लिए काम शुरू किया गया है. बिहार को देेेख केंद्र सरकार ने भी अपनाया और इसे आजीविका का नाम दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं की भूमिका के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती.
सीएम ने कहा कि क्राइम, करप्शन और कम्युलिज्म से हम किसी भी सूरत में समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि जब मेरे सामने कोई मेरी प्रशंसा करता है तो मैं असहज महसूस करता हूं. उन्होंंने कहा कि न्याय के से विकास और लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.
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