नवादा : रजौली फुलवरिया जलाशय के टापूओं पर चल रहे शराब की दर्जनों भट्टियों को पुलिस ने किया ध्वस्त
सन्नी भगत
नवादा के रजौली थाना क्षेत्र में उग्रवाद प्रभावित फुलवरिया जलाशय के स्लेपवेल के नीचे, फुलवरिया नहर, बरवा जंगल, भंड़रा गांवों के जंगलों में पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर शराब निर्माण कर रहे अवैध शराब भट्टियों को ध्वस्त किया है.
यह छापेमारी का विशेष अभियान एएसपी कुमार आलोक के निर्देश पर में चलायी गयी. जिसका नेतृत्व एसएसबी एफ कंपनी फतेहपुर 29 वीं बटालियन के इंस्पेक्टर संतोष कुमार कर रहे थे. इस अभियान में रजौली थाने के एएसआई महेंद्र ठाकुर भी शामिल थे. सड़क मार्ग नहीं रहने के कारण छापेमारी के लिए जवानों ने उक्त स्थानों पर जाने के लिए पैदल ही चल कर कार्रवाई करना करना पड़ा. जिससे शराब धंधेबाज दूर से पुलिस को आते देख शराब निर्माण करना छोड़ कर जंगलों में फरार हो गए. एएसपी अभियान ने बताया कि छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में तैयार शराब को विनष्ट्रीकरण किया गया है. उन्होंने कहा कि विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है. एसएसबी इंस्पेक्टर ने बताया कि 35 ड्रमो में रखे अर्धनिर्मित शराब का विनष्टीकरण करते हुए। सैकड़ों लीटर निर्मित महुआ शराब को भी मौके पर बहा कर बर्बाद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मौके पर ही शराब निर्माण के भी उपकरणों को भी आग के हवाले कर नस्ट किया गया है. उन्होंने बताया कि छापेमारी अभियान में 35 से चालीस ड्रामाें में रहे लगभग हजारो किलो जावा महुआ को नष्ट किया गया एवं 100 लीटर तैयार महुआ शराब को नस्ट किया गया. साथ ही शराब बनाने की दर्जनों भठियों को भी ध्वस्त किया गया है.
ज्ञात हो कि इसी साल 13 अप्रैल व विगत कुछ माह पूर्व 23 फरवरी के शाम से 25 फरवरी की अहले सुबह तक फुलवरिया जलाशय के टापूओं पर एएसपी के द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया था. उस वक्त पुलिस कार्रवाई में एसएसबी, एसटीएफ, स्वाट एवं जिला पुलिस के द्वारा छापेमारी की गई थी. जिसमें फुलवरिया डैम के उस पार के जंगलों में शराब भट्टी संचालकों के विरुद्ध चलाए गए अभियान के दौरान हजारों लीटर देसी शराब के नष्ट करने के साथ पकड़े गए 10 धंधेबाजों को रविवार को जेल भेज दिया गया. मगर कुछ दिन बीतते ही शराब धंधेबाज फिर से अपने कार्य सक्रिय हो गए. उग्रवाद प्रभावित इलाका होने के कारण रजौली पुलिस भी इन इलाकों में अकेले कार्रवाई करने से कतराती है.
Comments are closed.