नालंदा : सामाजिक कुरीतियों के प्रति एनसीसी कार्यालय में कैडेट्स और छात्राओं को किया गया जागरूक
प्रणय राज
नालंदा में शुक्रवार को सामाजिक कुप्रथाओं के प्रति बालिकाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से बिहार यात्रा के दौरान शिक्षाविद व लेखिका श्रद्धा बक्शी बिहारशरीफ के एनसीसी कार्यालय पहुँची. जहाँ उन्होंने कैडेटों को दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे सामाजिक कुरीतियों के बारे जागरूक करते हुए आत्मनिर्भर बनने की भी बात कही.
उन्होनें कहा कि आज समय आ गया है कि बालिकाएं भी बालकों से कंधा से कंधा मिलाकर चले इसलिए उन्हें हर छोटे बड़े कार्य को सीखना चाहिए जो लड़के करते हैं. जैसे बच्चियां खाना बनाना तो सीख लेती हैं, मगर अन्य तरह के कार्य सीखने के लिए वो संकोच करती है. खासकर ग्रामीण क्षेत्र की बच्चियां वो उतना ही कार्य सीख पाती है जो वह अपने घरों या आस पास की महिलाओं को कार्य करते देखती हैं. हमें वैसे बच्चियों को जागरूक करना है और बताना होगा कि वह सिर्फ खाना बनाना और पढ़ाई करना ही न सीखे वे ऐसे चीजो को भी करना सीखे जिसके कारण वे आगे आने वाले दिनों में उस हुनर के बदौलत आत्मनिर्भर बन सके. सिलाई, कटाई ही नहीं बल्कि सभी प्रकार के कार्यो को सीखने में संकोच या शर्म नही करनी चाहिए.
इस मौके पर एनसीसी 38 बटालियन के एडम ऑफिसर कर्नल अजय झा, अवकाश प्राप्त मेजर जनरल एके बख्शी, सूबेदार मेजर बाबूलाल मल्ही, एनसीसी अधिकारी सरिता कुमारी, शशिकांत कुमार टोनी व गीतांजलि कुमारी के अलावे एनसीसी के कई अधिकारी मौजूद थे.
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